बंगाल फाइल्स बनाम बागी 4: पहले दिन की बॉक्स ऑफिस जंग, किसने मारी बाज़ी?
5 सितंबर 2025 को बॉलीवुड में दो बड़ी फिल्मों का टकराव देखने को मिला। टाइगर श्रॉफ की एक्शन से भरपूर बागी 4 और विवेक अग्निहोत्री की पॉलिटिकल ड्रामा द बंगाल फाइल्स एक ही दिन रिलीज हुईं। दोनों फिल्मों के प्रशंसक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन पहले दिन की बॉक्स ऑफिस जंग में किसने बाजी मारी? आइए, इस टक्कर का विश्लेषण करते हैं।
बंगाल फाइल्स का पहला दिन
विवेक अग्निहोत्री की द बंगाल फाइल्स एक पॉलिटिकल ड्रामा है, जो इतिहास और वर्तमान को जोड़ती है। यह फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे की घटनाओं और एक दलित पत्रकार के अपहरण की कहानी को दर्शाती है। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, सिमरत कौर और दर्शन कुमार जैसे सितारे हैं। यह फिल्म विवेक की त्रयी का हिस्सा है, जिसमें पहले द ताशकंद फाइल्स और द कश्मीर फाइल्स शामिल हैं।
हालांकि, द बंगाल फाइल्स पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाई। शुरुआती अनुमानों के अनुसार, फिल्म ने पहले दिन केवल 1.75 करोड़ रुपये कमाए। फिल्म की ऑक्यूपेंसी 21.24% रही, जिसमें रात के शोज में सबसे ज्यादा 29.20% दर्शक आए। पश्चिम बंगाल में फिल्म की रिलीज पर विवाद भी रहा। वहाँ कई सिनेमाघरों में फिल्म नहीं दिखाई गई। विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी ने इसे "अनौपचारिक बैन" बताया।
फिल्म की लंबी अवधि (3 घंटे 25 मिनट) और जटिल कहानी ने भी दर्शकों को आकर्षित करने में बाधा डाली। समीक्षकों ने फिल्म की कहानी को बिखरा हुआ बताया। कई लोगों का मानना है कि फिल्म का कथानक कई कहानियों में उलझ गया, जिससे इसका मुख्य संदेश कमजोर पड़ गया।
पहले दिन के आंकड़े:
- कलेक्शन: लगभग 1.7 से 1.75 करोड़ रुपये (पहले दिन)
- औसत ऑक्यूपेंसी: ~21%
- सकाळ और दोपहर के शो कमजोर रहे
- पश्चिम बंगाल में स्क्रीनिंग की कमी से असर
बागी 4 की एंट्री
बागी 4 टाइगर श्रॉफ की मशहूर एक्शन फ्रैंचाइज़ी की चौथी कड़ी है। इस फिल्म को कन्नड़ डायरेक्टर ए. हर्ष ने डायरेक्ट किया है। फिल्म में टाइगर श्रॉफ के साथ संजय दत्त, सोनम बाजवा और हरनाज संधू मुख्य भूमिकाओं में हैं। कहानी रॉनी (टाइगर श्रॉफ) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक ट्रैजिक लव स्टोरी और साजिश का शिकार होता है। यह फिल्म अपने हाई-वोल्टेज एक्शन, मार्शल आर्ट्स और बदले की कहानी के लिए जानी जा रही है।
बागी 4 ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत की। ट्रेड एनालिस्ट्स के मुताबिक, फिल्म ने पहले दिन लगभग 12 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। यह आंकड़ा शुरुआती अनुमान पर आधारित है। फिल्म ने पूरे भारत में 28.32% की औसत ऑक्यूपेंसी दर्ज की। रात के शोज में सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई, जहाँ ऑक्यूपेंसी 37.23% तक पहुँची। जयपुर, लखनऊ, चेन्नई, बेंगलुरु और दिल्ली जैसे शहरों में दर्शकों ने इस एक्शन फिल्म को खूब पसंद किया।
फिल्म का ट्रेलर और गाने पहले ही दर्शकों का ध्यान खींच चुके थे। टाइगर श्रॉफ के स्टंट और संजय दत्त की दमदार मौजूदगी ने फिल्म को मास अपील दी। हालांकि, फिल्म को 'A' सर्टिफिकेट मिला, जिसके कारण 18 साल से कम उम्र के दर्शक इसे नहीं देख सकते। फिर भी, बागी 4 ने पहले दिन दमदार प्रदर्शन किया।
पहले दिन के आंकड़े:
- कलेक्शन: लगभग 12 करोड़ रुपये (पहले दिन)
- औसत ऑक्यूपेंसी: ~28%, रात में ~37%
- मुंबई और दिल्ली-एनसीआर ने अच्छा योगदान दिया
सीधी तुलना
दर्शकों की प्रतिक्रिया
बंगाल फाइल्स पर दर्शकों की राय बंटी रही। कुछ लोगों ने फिल्म की हिम्मत और सच्चाई दिखाने की तारीफ की। पर कई ने कहा फिल्म भारी और लंबी है। इसकी अवधि लगभग 204 मिनट है।
बागी 4 को युवाओं से अच्छा रिस्पॉन्स मिला। लोग टाइगर के स्टंट पसंद कर रहे हैं। पर आलोचना भी हुई कि कहानी कमजोर है। A सर्टिफिकेट होने से फैमिली ऑडियंस पर असर पड़ा।
आलोचकों का रिव्यू
बंगाल फाइल्स: कुछ समीक्षकों ने 4/5 दी। कई ने इसे प्रचारात्मक और ग्राफिक बताया (1.5/5)। सबसे बड़ी कमी—लंबी अवधि और नॉन-लीनियर स्टोरी।
बागी 4: आलोचकों ने इसे मास एंटरटेनर बताया। एक्शन पर तारीफ, पर कहानी कमजोर।
क्यों हारी बंगाल फाइल्स?
- स्क्रीन की कमी: खासकर पश्चिम बंगाल में।
- कंटेंट का भारीपन: दर्शक मनोरंजन की जगह बोझ महसूस करते हैं।
- लंबी अवधि: चार घंटे से अधिक बैठना मुश्किल है।
- उम्मीदों की तुलना: लोग कश्मीर फाइल्स जैसी सफलता की उम्मीद कर रहे थे।
क्यों चली बागी 4?
- स्टार पॉवर: टाइगर श्रॉफ का एक्शन युवा दर्शकों को खींच लाया।
- फ्रेंचाइज़ का नाम: "बागी" ब्रांड पहले से मजबूत है।
- मल्टीप्लेक्स में अच्छा रिस्पॉन्स: खासकर बड़े शहरों से।
आगे का रास्ता
बंगाल फाइल्स को आगे टिकने के लिए वर्ड-ऑफ-माउथ पर निर्भर रहना होगा। अगर दर्शक इसे पसंद करेंगे तो धीरे-धीरे कमाई बढ़ सकती है।
बागी 4 के लिए वीकेंड महत्वपूर्ण है। शनिवार-रविवार में मजबूत कलेक्शन चाहिए होगा नहीं तो यह पिछली बागी फिल्मों से पीछे रह जाएगी।