क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, भारत के लिए यह भावना है। जब महिला टीम मैदान पर उतरती है, तो लाखों दिलों की धड़कनें उसी लय में चलने लगती हैं। 30 अक्टूबर 2025 की शाम भी कुछ ऐसी ही थी, जब नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमें वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में आमने-सामने थीं।
यह मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं था। यह आत्मविश्वास, जुनून और धैर्य की कहानी थी। दोनों टीमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हैं। ऑस्ट्रेलिया के पास छह बार का वर्ल्ड कप खिताब है, जबकि भारत अभी तक इस मंज़िल तक पहुंचकर भी जीत से थोड़ा पीछे रह जाता था। लेकिन इस बार कुछ अलग था। इस बार मैदान पर वो आत्मविश्वास दिखा, जो इतिहास बदलने के लिए काफी था।
पहले बल्लेबाज़ी का फैसला और ऑस्ट्रेलिया की तेज़ शुरुआत
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी। यह फैसला सही लग रहा था, क्योंकि उनकी ओपनर Alyssa Healy और Phoebe Litchfield दोनों शानदार फॉर्म में थीं। दोनों ने शुरू में भारतीय गेंदबाज़ों पर दबाव बनाने की कोशिश की।
Renuka Singh और Pooja Vastrakar ने शुरुआती ओवरों में गेंद को स्विंग कराया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने टिककर खेला। Healy ने 41 रन बनाए, जबकि Litchfield ने 118 रन की शतकीय पारी खेली। उनकी बल्लेबाज़ी में तकनीक और आत्मविश्वास दोनों नजर आए।
जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 30 ओवर में 190 के पार पहुंच गया, तब लगने लगा कि यह मैच भारत के हाथ से निकल सकता है। लेकिन क्रिकेट की खूबसूरती ही यही है — पलभर में कहानी बदल जाती है।
भारतीय गेंदबाज़ों की वापसी
31वें ओवर में Renuka Singh ने Ellyse Perry को आउट कर भारत को राहत दिलाई। इसके बाद Deepti Sharma और Rajeshwari Gayakwad ने शानदार स्पेल डाला। Deepti ने बीच के ओवरों में गेंदबाज़ी करते हुए दो अहम विकेट झटके। वहीं, Rajeshwari ने Gardner को पवेलियन भेजा।
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 49.4 ओवर में 338 रन पर सिमट गया। यह एक बड़ा स्कोर था, लेकिन भारतीय दर्शक जानते थे — “अगर हमारी बेटियां टिक गईं, तो कमाल कर सकती हैं।”
भारतीय बल्लेबाज़ों की शुरुआत
भारत की शुरुआत अच्छी रही। Smriti Mandhana और Shafali Verma ने पहले 10 ओवर में 70 रन जोड़ दिए। दोनों ने आक्रामक लेकिन समझदारी भरी बल्लेबाज़ी की। Shafali ने 41 रन बनाए, जबकि Mandhana ने 65 रन की तेज़ पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ Megan Schutt ने Mandhana को आउट किया। इसके बाद Jemimah Rodrigues मैदान में आईं। तभी खेल का रुख पूरी तरह बदल गया।
Jemimah Rodrigues की ऐतिहासिक पारी
Rodrigues ने आते ही अपनी लय में बल्लेबाज़ी शुरू की। वो हर शॉट में आत्मविश्वास दिखा रही थीं। उनका टाइमिंग शानदार था। उन्होंने स्क्वायर ड्राइव, कवर्स के ऊपर से शॉट्स और स्वीप से रन बनाए।
Harmanpreet Kaur ने उनका पूरा साथ दिया। दोनों ने मिलकर 150 रनों की साझेदारी की। Jemimah ने 115 गेंदों पर 127* रन बनाए और भारत को ऐतिहासिक जीत की ओर ले गईं।
आखिरी ओवरों में Deepti Sharma ने भी शानदार शॉट खेले और भारत ने 49.2 ओवर में 342 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया की रणनीति कहाँ चूकी?
ऑस्ट्रेलिया महिला टीम का रिकॉर्ड शानदार रहा है। लेकिन इस मैच में उन्होंने कुछ रणनीतिक गलतियाँ कीं। सबसे बड़ी गलती थी — बीच के ओवरों में स्पिन के खिलाफ फील्डिंग सेटअप कमजोर रखना। Jemimah ने इसका पूरा फायदा उठाया।
दूसरी ओर, उनकी गेंदबाज़ी लाइन भी बिगड़ी। Gardner और Perry को समय पर रोटेट नहीं किया गया। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, भारतीय बल्लेबाज़ों ने हर ओवर में 8–9 रन जोड़ने शुरू कर दिए।
भारत की रणनीति शानदार रही
भारतीय कप्तान Harmanpreet Kaur ने खेल को बेहद शांत दिमाग से संभाला। उन्होंने शुरुआत में बाउंड्री नहीं खोजी, बल्कि रन घुमाए। यह उनकी सबसे बड़ी ताकत साबित हुई।
साथ ही, टीम में Unity और Energy दोनों नजर आए। हर विकेट गिरने पर पूरी टीम एकजुट होकर मैदान में हौसला देती दिखी।
भारत की फील्डिंग और फिटनेस का स्तर
इस बार भारतीय टीम का फील्डिंग स्तर काफी बेहतर रहा। Deepti Sharma और Harmanpreet ने इनर सर्कल में शानदार रोक लगाईं। Rodrigues ने एक कैच तो ऐसा पकड़ा जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पिछले कुछ सालों में भारतीय महिला टीम ने फिटनेस पर बहुत ध्यान दिया है। इसका असर मैदान पर साफ दिखा। जहाँ पहले ओवरथ्रो या मिसफील्ड आम थी, अब हर बॉल पर ऊर्जा नजर आई।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
जैसे ही भारत ने जीत हासिल की, सोशल मीडिया पर #JemimahRodrigues और #WomenInBlue ट्रेंड करने लगे। फैंस ने लिखा — “यह सिर्फ जीत नहीं, एक संदेश है कि भारतीय महिलाएँ अब किसी भी टीम से पीछे नहीं।”
- सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया: “यह पारी आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण बनेगी।”
- स्मृति ईरानी ने लिखा: “Bharat ki Betiya ne likha itihas.”
- विराट कोहली ने कहा: “Pure class from Jemimah and Harman. So proud.”
लोगों ने इस जीत को महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक मोड़ कहा।
फाइनल से पहले भारत का आत्मविश्वास
इस जीत के बाद भारतीय टीम का मनोबल ऊँचा है। टीम अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल खेलने जा रही है। कोच Hrishikesh Kanitkar ने कहा, “हम सिर्फ जीतने नहीं, दबदबा बनाने के लिए मैदान में उतरेंगे।”
Jemimah Rodrigues का आत्मविश्वास
मैच के बाद Rodrigues ने कहा, “हमने कभी हार मानने का नहीं सोचा। बस हर गेंद को खेलना था, हर रन जोड़ना था। आज हम सभी बेटियों ने भारत के लिए कुछ बड़ा किया है।”
उनकी विनम्रता और आत्मविश्वास ने करोड़ों दिल जीत लिए।
महिला क्रिकेट का नया दौर
भारत की यह जीत सिर्फ एक खेल की सफलता नहीं है। यह महिला सशक्तिकरण की कहानी भी है। अब भारतीय लड़कियाँ सिर्फ देखने नहीं, खेलने का सपना देख रही हैं।
स्कूलों, कॉलेजों और छोटे शहरों में क्रिकेट खेलने वाली लड़कियों के लिए यह जीत एक प्रेरणा है। अब माता-पिता भी बेटियों को क्रिकेट चुनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
भारत की ऐतिहासिक जीत का असर
- स्टेडियम में रिकॉर्ड 45,000 दर्शक मौजूद थे।
- टीवी व्यूअरशिप ने नया रिकॉर्ड बनाया।
- महिला IPL के लिए निवेशकों का उत्साह बढ़ा।
- कई युवा खिलाड़ी मीडिया की सुर्खियों में आईं।
निष्कर्ष
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह जीत सिर्फ क्रिकेट मैच नहीं थी। यह भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत थी। Rodrigues, Harmanpreet, Mandhana और Deepti ने साबित कर दिया कि अगर जुनून हो, तो कोई भी रिकॉर्ड अजेय नहीं।
अब भारत फाइनल के लिए तैयार है — और पूरा देश एक स्वर में कह रहा है, “चलो बेटियों, लाओ वर्ल्ड कप घर!” 🇮🇳🏆

