PM SVANidhi 2025: ₹50,000 तक लोन, नई सुविधाएं और 2030 तक बढ़ी स्कीम

0 Divya Chauhan
PM SVANidhi योजना 2025 में ₹50,000 लोन, ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट कार्ड
 

प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे 1 जून 2020 को नई दिल्ली से शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य देशभर के उन छोटे व्यापारियों, रेहड़ी-पटरी वालों और स्ट्रीट वेंडर्स को आर्थिक सहारा देना है, जो शहरों और कस्बों में अपनी रोज़ी-रोटी के लिए सड़कों पर कारोबार करते हैं।

हाल ही में 8 अक्टूबर 2025 को केंद्र सरकार द्वारा इस योजना में कई बड़े बदलावों की घोषणा की गई, जिनके बाद यह फिर से सुर्खियों में है। इस लेख में हम आपको आसान और सरल भाषा में पूरी जानकारी देंगे — योजना के फायदे, पात्रता, लोन राशि, ब्याज सब्सिडी, डिजिटल कैशबैक, आवेदन प्रक्रिया, ज़रूरी दस्तावेज़, समयसीमा और अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के साथ।

PM SVANidhi क्या है और क्यों शुरू हुई?

लक्ष्य सरल है—स्ट्रीट वेंडर्स को बिना जमानत छोटा वर्किंग-कैपिटल लोन देकर रोज़गार को स्थिर करना। कोविड-19 लॉकडाउन के बाद 2020 में जब काम ठप हुआ, तब 01 जून 2020 को शहरी विकास मंत्रालय (MoHUA) ने इस योजना को लॉन्च किया। इससे सब्ज़ी-फल, चाय-नाश्ता, कपड़ा-खिलौना, किताब-स्टेशनरी जैसे छोटे कारोबार फिर चल पड़े।

  • लक्ष्य: त्वरित, सस्ता और बिना जमानत लोन।
  • फोकस: शहरी निकाय क्षेत्र में काम करने वाले वेंडर्स।
  • पूरक लाभ: ब्याज सब्सिडी, डिजिटल कैशबैक, क्रेडिट सुविधा।
08 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली — बड़े अपडेट
  • योजना अवधि 31 मार्च 2030 तक बढ़ी।
  • पहला लोन अब ₹15,000 तक; दूसरा लोन ₹25,000 तक।
  • समय पर किस्त चुकाने वालों को RuPay क्रेडिट कार्ड सुविधा का मार्ग।
  • डिजिटल भुगतान पर अधिकतम कैशबैक ₹1,200/वर्ष (योग्यता अनुसार)।
PM SVANidhi: चरणवार लोन विवरण (अपडेटेड)
चरण लोन राशि चुकाने की अवधि मुख्य शर्त
पहला ₹15,000 तक (01 जून 2020 को ₹10,000 था; 08 अक्तूबर 2025 को बढ़ा) 12 माह पहली बार/नवीन आवेदन
दूसरा ₹25,000 तक (पहले ₹20,000) 12 माह पहला लोन समय पर चुकाना आवश्यक
तीसरा ₹50,000 तक (अपरिवर्तित) 18 माह (आम तौर पर) दूसरा लोन समय पर चुकाना आवश्यक
पात्रता: कौन-कौन आवेदन कर सकता है?

पात्रता शहरी स्थानीय निकाय क्षेत्रों पर केंद्रित है। 01 जून 2020 से योजना लागू है और 08 अक्टूबर 2025 तक इसमें कई व्यावहारिक बदलाव जुड़े। निम्न प्रकार के विक्रेता सामान्यतः पात्र माने जाते हैं:

  • सब्ज़ी-फल, दूध, फूल बेचने वाले
  • चाय-समोसा, पराठा, ठेला-खाना स्टॉल लगाने वाले
  • कपड़े, जूते, खिलौने, घरेलू सामान, किताब-स्टेशनरी विक्रेता
  • ठेला/रेहड़ी/फुटपाथ पर छोटे-मोटे सर्विस/मरम्मत कार्य

आमतौर पर वेंडिंग सर्टिफिकेट/पहचान, स्थानीय निकाय में मौजूदगी और बैंक खाते जैसी बुनियादी शर्तें आवश्यक होती हैं। कुछ मामलों में सर्वे-लिस्टिंग/अनुमति पत्र भी स्वीकार किए जाते हैं।

दस्तावेज़ चेकलिस्ट (तारीख़ें/स्थान के साथ संदर्भ)
दस्तावेज़ विवरण टिप्पणी
आधार कार्ड KYC हेतु अनिवार्य मोबाइल नंबर लिंक हो तो OTP सत्यापन सरल
बैंक खाता लोन/सब्सिडी जमा हेतु पासबुक/स्टेटमेंट रखें
वेंडिंग सर्टिफिकेट/अनुमति स्थानीय निकाय द्वारा जारी सर्वे-लिस्टिंग भी मान्य हो सकती है
फोटो, पैन पहचान/आयकर प्रयोजन यदि उपलब्ध हो
आवेदन कैसे करें: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके
ऑनलाइन (नई दिल्ली समयानुसार, 08 अक्टूबर 2025 तक मान्य पोर्टल)
  1. आधिकारिक पोर्टल खोलें और “Apply for Loan” चुनें।
  2. मोबाइल नंबर से OTP सत्यापन करें (समय: कुछ मिनट)।
  3. KYC, बैंक विवरण, वेंडिंग पहचान भरें।
  4. आवेदन सबमिट करें; बैंक/ULB द्वारा प्रक्रिया आगे बढ़ती है।
ऑफलाइन (शहर/कस्बा स्तर)
  • नज़दीकी नगर निगम/नगर पालिका/नगर पंचायत कार्यालय जाएं।
  • साझेदार बैंक शाखा में फॉर्म लें; दस्तावेज़ जमा करें।
  • किसी भी स्पष्टीकरण हेतु ULB हेल्पडेस्क से सहायता लें।
ब्याज सब्सिडी, डिजिटल कैशबैक और क्रेडिट सुविधा
ब्याज सब्सिडी

समय पर किस्तें चुकाने पर सालाना ब्याज पर 7% तक की सब्सिडी सीधे खाते में। अवधि 01 जून 2020 से लागू, 31 मार्च 2030 तक विस्तारित योजना में जारी।

डिजिटल कैशबैक

UPI/QR के माध्यम से लेन-देन पर मासिक/त्रैमासिक आधार पर संचयी कैशबैक। अधिकतम ₹1,200/वर्ष (योग्यता/नियम अनुसार), 08 अक्टूबर 2025 के बाद भी लागू।

RuPay क्रेडिट कार्ड

समय पर पुनर्भुगतान का इतिहास होने पर चयनित लाभार्थियों के लिए क्रेडिट लाइन की सुविधा, जिससे सामान खरीद और स्टॉक प्रबंधन आसान।

मुख्य टाइमलाइन (तारीख़/स्थान के साथ)
  • 01 जून 2020, नई दिल्ली: योजना लॉन्च।
  • 2021–2024, राज्य-स्तर: पंजीकरण, सर्वे और वितरण तेज़।
  • 08 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: अवधि 2030 तक; प्रथम/द्वितीय लोन सीमा बढ़ी; डिजिटल लाभ सुदृढ़।
असर: रोज़गार, डिजिटल भुगतान और राज्य-स्तरीय फोकस

01 जून 2020 से 30 सितंबर 2025 के बीच लाखों वेंडर्स बैंकिंग से जुड़े। डिजिटल भुगतान का दायरा बढ़ा और वर्किंग-कैपिटल की नियमित उपलब्धता मिली। महानगरों से छोटे नगरों तक पोर्टल-आधारित आवेदन-प्रक्रिया ने समय घटाया। शहर-विशेष में UPI अपनाने की दर तेज़ रही, जिससे कैशबैक लाभ भी बढ़े।

क्यों अहम है यह योजना?
  • शहरी असंगठित क्षेत्र में तरल पूंजी की कमी पूरी होती है।
  • बैंकिंग/UPI से जुड़ाव से आय का औपचारिक रिकॉर्ड बनता है।
  • समय पर भुगतान की आदत से क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है।
आवेदन के समय ये बातें ध्यान रखें
करें
  • आधार-बैंक KYC अद्यतन रखें।
  • UPI/QR सक्रिय करें; नियमित डिजिटल लेन-देन करें।
  • किस्तें समय पर भरें; सब्सिडी/क्रेडिट लाभ पाएं।
न करें
  • गलत दस्तावेज़/जानकारी न दें—विलंब होगा।
  • किस्त में देरी न करें—अगला लोन/क्रेडिट रुक सकता है।
  • अनाधिकृत स्थान पर विक्रय से बचें—वेंडिंग नियम मानें।
त्वरित सवाल-जवाब (तारीख़/समय के संदर्भ के साथ)
प्र. 1: 08 अक्टूबर 2025 के बाद पहली/दूसरी किस्त कितनी है?
उ. पहली किस्त ₹15,000 तक और दूसरी किस्त ₹25,000 तक। तीसरी किस्त ₹50,000 तक पूर्ववत है।
प्र. 2: ब्याज सब्सिडी कब मिलती है?
उ. जब आप समय पर EMI चुकाते हैं। सब्सिडी सालाना 7% तक सीधे खाते में आती है (लागू नियमों के अनुसार)।
प्र. 3: डिजिटल कैशबैक कैसे मिलता है?
उ. UPI/QR से लेन-देन करें। निर्धारित लक्ष्यों पर संचयी कैशबैक मिलता है, अधिकतम ₹1,200/वर्ष तक (योग्यता अनुसार)।
प्र. 4: क्या योजना 2030 तक रहेगी?
उ. हां, 31 मार्च 2030 तक बढ़ाई गई है (कैबिनेट निर्णय, 08 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली)।
प्र. 5: RuPay क्रेडिट कार्ड किसे मिलेगा?
उ. जिन लाभार्थियों का पुनर्भुगतान इतिहास अच्छा है और पात्रता शर्तें पूरी हैं, उन्हें बैंक/कार्ड नेटवर्क के माध्यम से सुविधा मिल सकती है।
कहाँ से जानकारी/आवेदन करें?

अपने नगर निगम/नगर पालिका कार्यालय के हेल्पडेस्क पर जाएं या अधिकृत बैंक शाखा से संपर्क करें। ऑनलाइन मोड में पोर्टल पर मोबाइल-OTP से लॉगिन कर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करना सप्ताह के कार्यदिवसों में करें; भीड़ कम रहने पर प्रक्रिया तेज़ होती है।

निष्कर्ष: छोटे व्यापारियों के लिए भरोसेमंद सहारा

PM SVANidhi ने 01 जून 2020 से 30 सितंबर 2025 तक शहरी स्ट्रीट वेंडर्स को बैंकिंग और डिजिटल इकोसिस्टम से जोड़कर आय का स्थायित्व बढ़ाया। 08 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली की घोषणाओं से लोन सीमा, डिजिटल कैशबैक और क्रेडिट की राह और आसान हुई। यदि आप शहरी क्षेत्र में रेहड़ी-पटरी पर व्यापार करते हैं, दस्तावेज़ तैयार रखें, आवेदन करें, समय पर EMI भरें—आपके लिए ₹15,000 → ₹25,000 → ₹50,000 तक की सीढ़ी अब और सुगम है।

एक नज़र में — PM SVANidhi (तारीख़/स्थान सहित)
लॉन्च 01 जून 2020, नई दिल्ली
अवधि 31 मार्च 2030 तक (अपडेट: 08 अक्टूबर 2025)
लोन चरण ₹15,000 → ₹25,000 → ₹50,000
सब्सिडी/कैशबैक 7% तक ब्याज सब्सिडी; डिजिटल कैशबैक अधिकतम ₹1,200/वर्ष (नियम अनुसार)
क्रेडिट सुविधा RuPay क्रेडिट कार्ड की उपलब्धता (पुनर्भुगतान इतिहास पर निर्भर)
कहाँ आवेदन ऑनलाइन पोर्टल/स्थानीय ULB/साझेदार बैंक शाखा

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