फिल्म Dhurandhar इस साल की उन चुनिंदा फिल्मों में से है, जिनके बारे में दर्शक शुरुआत से ही उत्साहित थे। कारण साफ था। करीब दो साल बाद Ranveer Singh बड़े पर्दे पर लौट रहे थे और वह भी एक ऐसे किरदार में, जो intense, रहस्यमय और साहसी स्पाई ऑपरेशन पर आधारित है। फिल्म की कहानी RAW की एक गुप्त कार्रवाई Operation Lyari से प्रेरित बताई जाती है। यही बात इसे और भी रोचक बना देती है।
अदित्य धर की फिल्में हमेशा गहरी भावनाओं और तेज गति वाले thriller के बीच संतुलन बनाकर चलती हैं। Dhurandhar भी इसी शैली का विस्तार है। इसकी दुनिया कराची के कुख्यात Lyari क्षेत्र के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां अपराध, गैंग युद्ध और राजनीतिक तनाव हर कोने में मौजूद है। फिल्म इन वास्तविक परिस्थितियों को एक सिनेमा-योग्य रूप में बदल देती है।
🌟 परिचय: एक भारी-भरकम स्पाई थ्रिलर
कहानी Major Mohit नाम के एक RAW अधिकारी पर आधारित है, जो भावनाओं, जिम्मेदारियों और कर्तव्य की लड़ाई से गुजर रहा है। उसके पास मिशन पूरा करने का दबाव है। दूसरी ओर उसके निजी जीवन का दर्द भी है। फिल्म इन दोनों पहलुओं को बिना किसी ओवरड्रामेटिक स्टाइल के पेश करती है।
फिल्म का माहौल gritty है। शुरुआती कुछ मिनटों में ही इसकी टोन स्थापित हो जाती है। डार्क गलियां, लगातार तनाव, और हर मोड़ पर मंडराता खतरा—ये सब मिलकर दर्शक को Dhurandhar की दुनिया में खींच लेते हैं।
⭐ पहला असर: फिल्म आपको शांत नहीं रहने देती। हर सीन में तनाव है। हर किरदार कुछ छिपा रहा है।
🎬 कहानी: असली घटनाओं से प्रेरित
भले ही कहानी काल्पनिक हो, लेकिन इसकी जड़ें वास्तविक ऑपरेशन से प्रेरित हैं। कराची के Lyari इलाके में कई सालों तक अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को फिल्म में एक new cinematic रूप में पेश किया गया है। निर्देशक ने असली घटनाओं को सीधे कॉपी नहीं किया, बल्कि उन्हें कहानी का आधार बनाया।
फिल्म की कहानी linear नहीं है। कई स्तरों पर चलती है। ऑपरेशन के साथ-साथ Major Mohit के personal demons भी सामने आते हैं। वह एक तरफ देश के लिए duty निभा रहा है। दूसरी ओर अपने भीतर के युद्ध से जूझ रहा है। यही संघर्ष कहानी को भावनात्मक गहराई देता है।
पहला हाफ लंबा है—2 घंटे 4 मिनट। लेकिन screenplay इस तरह बंधा हुआ है कि दर्शक की रुचि बनी रहती है। कहानी कभी जल्दबाजी में नहीं भागती। यह धीरे-धीरे खुलती है। हर मोड़ कुछ नया पेश करता है।
📌 थीम: देशभक्ति, मानवता, बदला, राजनीति, नैतिक दुविधा और आत्म-संघर्ष।
👥 अभिनय: Ranveer Singh का सबसे तीव्र प्रदर्शन
फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसका अभिनय है। Ranveer Singh इस बार अपनी ऊर्जा से नहीं, बल्कि अपने संयम और कच्ची भावनाओं से प्रभावित करते हैं। उनका चेहरा कई दृश्यों में बिना संवाद के भी बहुत कुछ कह देता है। उनका दर्द, उनका क्रोध और उनका धैर्य—सब कुछ बारीकी से दिखाया गया है।
Major Mohit एक layered किरदार है। बाहर से वह मजबूत दिखता है, लेकिन भीतर गहरी चोटें हैं। Ranveer ने इस संघर्ष को बेहतरीन तरीके से पकड़ा है। यह उनकी उन फिल्मों में शामिल हो सकती है, जिन्हें आने वाले सालों में भी याद किया जाएगा।
🎭 Supporting Cast: भारी और यादगार
फिल्म का negative side भी उतना ही मजबूत है। Sanjay Dutt एक खतरनाक, ठंडे दिमाग वाला, बेहद cruel villain बने हैं। उनका स्क्रीन प्रेज़ेंस भारी है। वे डर पैदा करते हैं और फिल्म में एक अलग तरह की ऊर्जा लाते हैं।
Akshaye Khanna शांत लेकिन बहुत sharp हैं। उनके scenes मनोवैज्ञानिक खेल जैसे लगते हैं। R. Madhavan हमेशा की तरह सधे हुए और impactful हैं। Arjun Rampal कम दिखते हैं लेकिन हर बार प्रभाव छोड़ते हैं। Sara Arjun और Rakesh Bedi छोटे लेकिन महत्वपूर्ण roles में दिखते हैं।
| कलाकार | भूमिका प्रकार |
| Ranveer Singh | Major Mohit (मुख्य किरदार) |
| Sanjay Dutt | मुख्य खलनायक |
| Akshaye Khanna | रणनीतिक दिमाग |
| R. Madhavan | सीनियर अधिकारी |
| Arjun Rampal | विशेष ऑपरेटिव |
⭐ Reviewers की राय: “Ranveer is outstanding. This is his most intense performance.”
🔥 Action & Technical Quality
फिल्म के action scenes इसका बड़ा आकर्षण हैं। ये न तो superhero वाले हैं और न ही over-the-top। यह grounded हैं। हर खटाखट, हर भागदौड़ और हर लड़ाई वास्तविक महसूस होती है। कुछ rescue sequences इतने तीव्र हैं कि दर्शक स्क्रीन पकड़े रहते हैं।
Cinematography sharp है। Karachi का recreated वातावरण बेहद असली लगता है। धूल, गलियां, छतों पर चल रहे ऑपरेशन—सबने मिलकर फिल्म को बड़ा पैमाना दिया है। Background score सीन की intensity को कई गुना बढ़ा देता है।
⏳ 3 घंटे 32 मिनट की Runtime: साहसिक फैसला
फिल्म की लंबाई इसकी सबसे चर्चित बातों में से एक है। 3 घंटे 32 मिनट किसी भी स्पाई थ्रिलर के लिए बड़ा जोखिम है। लेकिन Dhurandhar इस प्रयोग में सफल दिखाई देती है। कहानी का बहाव लगातार बदलता रहता है। हर कुछ देर में नया रहस्य खुलता है। दर्शक लंबे समय तक स्क्रीन से जुड़े रहते हैं।
फिल्म का मध्य भाग गहरा है। यहां भावनाओं और कर्तव्य के बीच बड़ा संघर्ष दिखाया गया है। Major Mohit कई कठिन फैसलों से गुजरता है। कई बार वह खुद को खोता हुआ लगता है। पर फिर भी आगे बढ़ता है। निर्देशक ने इन दृश्यों को संवेदनशील बनाया है।
🎥 Runtime Verdict: लंबी जरूर है, लेकिन खाली नहीं। हर सेकंड में तनाव और उद्देश्य है।
🎬 दूसरा हाफ: भावनाओं और हिंसा का तूफान
दूसरा हाफ फिल्म की आत्मा है। यहां कहानी तेजी पकड़ती है। कई बड़े टकराव सामने आते हैं। संघर्ष और गहरा हो जाता है। मुख्य खलनायक का प्रभाव बढ़ता है। Major Mohit टूट भी जाता है और फिर खुद को जोड़ भी लेता है।
कुछ दृश्यों में भावनाओं का भार इतना गहरा है कि दर्शकों पर lasting impact छोड़ देता है। एक rescue sequence, एक interrogation scene और एक emotional meltdown—ये तीनों क्षण फिल्म को विशेष बनाते हैं।
🔥 Action: तीखा, तेज और वास्तविक
Dhurandhar का action loud नहीं है। यह raw है। यह दर्द महसूस करवाता है। इससे फिल्म grounded रहती है। Director ने किसी भी सीन को glamour नहीं दिया। हर दृश्य का उद्देश्य कहानी को आगे बढ़ाना है।
- Close combat sequences बहुत तीव्र हैं।
- Gunfights छोटे हैं लेकिन प्रभावशाली।
- Chase scenes fast और साफ शूट किए गए।
- Explosions का इस्तेमाल कम लेकिन सही जगह किया गया है।
Background score हर action moment को और भारी बना देता है। खासकर रात वाले scenes में संगीत दिल की धड़कनें तेज कर देता है।
💥 Goosebumps Alert: Climax के 30 मिनट action और emotions का तूफान हैं।
🎚️ Technical Quality: Visionary Execution
फिल्म का तकनीकी हिस्सा काफी मजबूत है। सिनेमैटोग्राफी immersive है। लोकेशन्स विश्वसनीय हैं। कराची का माहौल बेहद असली लगता है। कैमरा वर्क स्थिर भी है और कई जगहों पर हैंडहेल्ड भी, ताकि scenes प्राकृतिक महसूस हों।
कलर tone डार्क है। यह फिल्म की थीम को और मजबूत करता है। धुआं, सन्नाटा और तंग गलियां पूरी दुनिया को जिंदा महसूस कराती हैं। एडिटिंग भी तेज है। लंबी runtime के बावजूद scenes भटकते नहीं।
| टेक्निकल विभाग | गुणवत्ता |
| Cinematography | Sharp और immersive |
| Background Score | Intense और high-impact |
| Editing | Tight और steady |
| Visual Style | Dark और gritty |
🌍 Overseas Reviews: विदेशी दर्शकों की राय
विदेशी दर्शकों ने Dhurandhar को बहुत सराहा है। Australia और UAE में FDFS के बाद social media पर शानदार प्रतिक्रियाएं आईं। कई लोगों ने इसे “must-watch” कहा। कई reviews में इसके villains की तुलना Hollywood के सबसे डरावने characters से की गई है।
- “Powerful and brutal experience.”
- “Ranveer’s career-best performance.”
- “Blockbuster guaranteed.”
- “High intensity spy drama.”
विदेशी critics ने screenplay और action को फिल्म की सबसे बड़ी ताकत बताया। कई लोगों का मानना है कि इस universe में आगे और भी कहानियां बन सकती हैं।
💬 Emotion Factor: फिल्म का दिल
Action के साथ-साथ फिल्म में भावनाओं की परतें भी हैं। Major Mohit का inner conflict दर्शक से जुड़ जाता है। उसके decisions आसान नहीं होते। उसके डर, उसके choices और उसकी जिद कहानी को मजबूत करते हैं।
फिल्म देशभक्ति दिखाने की कोशिश नहीं करती। यह हल्के-फुल्के country-loving dialogues नहीं देती। यह देशभक्ति महसूस करवाती है। दर्द के साथ, त्याग के साथ, और बहुत वास्तविकता के साथ। यही कारण है कि कई viewers फिल्म देखते समय emotional भी हो जाते हैं।
❤️ Emotional Hook: Mohit का character आपको पकड़ लेता है। उसकी जीत आपकी जीत लगती है और उसका दर्द आपका दर्द।
🎯 फिल्म की सबसे बड़ी USP
- Ranveer का intense transformation.
- Real-event inspired gritty storytelling.
- Dangerous and memorable villains.
- Raw action और brutal sequences.
- Long runtime फिर भी gripping flow.
इन सभी बातों से Dhurandhar normal spy thrillers से अलग हो जाती है। यह सिर्फ thrills नहीं देती। यह एक अनुभव देती है।
📌 फिल्म का प्रभाव: स्क्रीन से उठने नहीं देती
Dhurandhar का असर फिल्म खत्म होने के बाद भी बना रहता है। इसका वातावरण, इसकी आवाजें, इसके हिंसक दृश्य और इसके भावनात्मक पलों का वजन दिमाग में देर तक रहता है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है। यह एक journey जैसी महसूस होती है। इसमें थकान भी है, दिल भी है, डर भी है और उम्मीद भी।
फिल्म अपनी लंबाई के बावजूद बोर नहीं करती। हर नया सीन संघर्ष बढ़ाता है। कहानी लगातार घनी होती चली जाती है। villains और भी डरावने हो जाते हैं। Major Mohit और भी अकेला महसूस होता है। यह loneliness फिल्म को और तीव्र बना देती है।
👍 फिल्म की खूबियाँ (Pros)
- Ranveer Singh का बेहद तीव्र अभिनय।
- Sanjay Dutt का शक्तिशाली और डरावना रूप।
- Gritty और bold direction।
- Raw और वास्तविक action scenes।
- 3.5 घंटे की film फिर भी tight execution।
- Karachi की recreated दुनिया बहुत authentic।
- Emotion, thriller और action का संतुलन।
- Villains का deep और खतरनाक portrayal।
👎 फिल्म की कमियाँ (Cons)
- Runtime बहुत लंबा लग सकता है।
- हिंसा कुछ दर्शकों के लिए भारी पड़ सकती है।
- कहानी कई जगह जटिल हो जाती है।
- हल्का humour या relief कम है।
⭐ Ratings (Category Wise)
| विभाग | रेटिंग |
| Acting | ⭐⭐⭐⭐⭐ (5/5) |
| Direction | ⭐⭐⭐⭐ (4.5/5) |
| Action | ⭐⭐⭐⭐⭐ (5/5) |
| Story | ⭐⭐⭐⭐ (4/5) |
| Music / BGM | ⭐⭐⭐⭐ (4.5/5) |
🎬 दर्शक किन लोगों को यह फिल्म पसंद आएगी?
- जिन्हें raw और intense thrillers पसंद हैं।
- जो long-form storytelling enjoy करते हैं।
- Ranveer Singh के fans।
- जिन्हें real-event inspired फिल्में पसंद आती हैं।
- जो gritty cinema और dark tone देखना चाहते हैं।
🎭 Emotional Core: फिल्म का धड़कता दिल
Major Mohit का personal struggle फिल्म को एक बड़ी emotional layer देता है। दर्शक उसके दर्द को महसूस करते हैं। उसकी चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है। उसके अंदर चल रही लड़ाई इस स्पाई थ्रिलर को एक मानवीय फिल्म बना देती है।
फिल्म यह नहीं कहती कि hero perfect है। यह दिखाती है कि एक soldier भी टूट सकता है, डर सकता है, और फिर भी उठ सकता है। यही उसके character को इतना relatable बनाता है।
❤️ Emotional Impact: कहानी सिर्फ दिमाग नहीं पकड़ती, दिल भी पकड़ लेती है।
🎤 क्या Dhurandhar देखनी चाहिए?
Dhurandhar एक साधारण फिल्म नहीं है। यह एक भारी और तीव्र अनुभव है। इसकी कहानी मजबूत है। इसका presentation bold है। Ranveer का प्रदर्शन फिल्म को next level पर पहुंचा देता है।
अगर आप gritty, emotional और raw spy thriller देखना चाहते हैं, तो Dhurandhar theatrical experience के लिए बनी है। यह फिल्म आपको पकड़ती है, हिलाती है और सोचने पर मजबूर करती है। यह इस साल की सबसे प्रभावशाली फिल्मों में से एक है।
यदि आप हल्की-फुल्की फिल्म ढूंढ रहे हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा भारी हो सकती है। लेकिन सिनेमा प्रेमियों के लिए Dhurandhar एक must-watch है।

