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Picture Credit: bollywoodshaadis.com |
मुंबई, 22 अगस्त 2025 – भारत के सबसे प्रभावशाली कारोबारी परिवारों में से एक, अंबानी परिवार से जुड़ी एक गंभीर खबर सामने आई है। परिवार की मुखिया और मुकेश अंबानी तथा अनिल अंबानी की माता कोकिलाबेन अंबानी की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद गुरुवार देर रात उन्हें मुंबई के एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। 91 वर्ष की उम्र में उनका स्वास्थ्य पहले से ही कमजोर बताया जा रहा था, लेकिन अचानक बिगड़ी तबीयत ने पूरे परिवार और देशभर में चिंता बढ़ा दी है।
करीबी सूत्रों के अनुसार, गुरुवार शाम को कोकिलाबेन की तबीयत में अचानक गिरावट आई। घर पर मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत प्राथमिक इलाज शुरू किया और स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें आपातकालीन हालत में अस्पताल ले जाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है कि उन्हें एयर एम्बुलेंस के माध्यम से विशेष निगरानी में अस्पताल पहुंचाया गया, ताकि रास्ते में किसी तरह का जोखिम न हो। अस्पताल प्रशासन ने फिलहाल किसी तरह का आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन यह पुष्टि की है कि वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और हर आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
कोकिलाबेन अंबानी भारतीय उद्योग जगत में सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक ऐसी पहचान हैं जिसने चार दशकों से अधिक समय तक रिलायंस परिवार को मजबूती दी है। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के संस्थापक धीरूभाई अंबानी की पत्नी रहीं और उनके साथ मिलकर उन्होंने एक साधारण परिवार से भारत के सबसे बड़े बिज़नेस साम्राज्य को खड़ा होते देखा। धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद भी उन्होंने परिवार को एकजुट रखा और हमेशा एक "मैट्रिआर्क" (Matriarch) की भूमिका निभाई। परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों से जुड़े कई किस्सों में कोकिलाबेन की सादगी, धैर्य और धार्मिक प्रवृत्ति का ज़िक्र मिलता है।
मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच जब कारोबार को लेकर मतभेद बढ़े थे और कंपनी के विभाजन की नौबत आई थी, तब कोकिलाबेन ने एक माँ और मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। उन्होंने परिस्थिति को शांतिपूर्वक संभालते हुए दोनों बेटों के बीच संवाद बनाए रखा और परिवार को बिखरने से बचाया। कहा जाता है कि उनकी सलाह और समझदारी के कारण ही रिलायंस समूह ने अपनी मजबूती और विकास की गति बरकरार रखी।
कोकिलाबेन की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आते ही न केवल परिवार के करीबी लोग बल्कि देशभर में चिंता की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर #KokilabenAmbani जल्द ही ट्रेंड करने लगा। देश के प्रधानमंत्री से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए संदेश साझा किए हैं।
अस्पताल के बाहर मीडिया प्रतिनिधियों और सुरक्षा कर्मियों की भारी भीड़ मौजूद है। रिपोर्टर्स लगातार उनकी स्थिति से संबंधित अपडेट देने की कोशिश कर रहे हैं। अस्पताल के अंदर अंबानी परिवार के सभी सदस्य मौजूद हैं, जिनमें मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, आकाश अंबानी, श्लोका मेहता, अनिल अंबानी और टीना अंबानी शामिल हैं। परिवार ने फिलहाल मीडिया से दूरी बनाए रखी है और आधिकारिक बयान आने तक किसी भी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की है।
कोकिलाबेन का जीवन भारतीय समाज में महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणा है। एक साधारण घर की लड़की होने के बावजूद उन्होंने अपनी दूरदृष्टि और परिवार के प्रति समर्पण से भारतीय उद्योग जगत में गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने हमेशा परिवार को प्राथमिकता दी और कठिन से कठिन समय में भी धैर्य नहीं खोया। उनके जीवन का दर्शन यही रहा कि "परिवार ही ताकत है" और इसी सोच के साथ उन्होंने अपने बच्चों को भी पाला।
धीरूभाई अंबानी के साथ उनका सफर सिर्फ एक जीवनसाथी का नहीं बल्कि एक सच्चे साथी का रहा। जब धीरूभाई रिलायंस की नींव रख रहे थे, तब कोकिलाबेन ने परिवार को संभालने के साथ-साथ उन्हें हर कदम पर मानसिक और भावनात्मक सहयोग दिया। यह उनका ही धैर्य और समर्थन था जिसने अंबानी परिवार को भारत की सबसे सफल और प्रभावशाली कारोबारी विरासतों में से एक बनाया।
अब जब उनकी तबीयत गंभीर बनी हुई है, तो पूरा देश उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। कई व्यापारिक संगठनों और उद्योगपतियों ने भी बयान जारी करके उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। कई सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने विशेष पूजा और प्रार्थनाएं आयोजित की हैं ताकि कोकिलाबेन जल्द से जल्द स्वस्थ होकर घर लौट सकें।
देश के कई हिस्सों में लोग यह भी याद कर रहे हैं कि कोकिलाबेन ने हमेशा भारतीय संस्कृति और परंपराओं को महत्व दिया। वे धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रहती थीं और अक्सर परिवार को भी ऐसे आयोजनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करती थीं। उनके जीवन का यह पहलू उन्हें एक पारिवारिक महिला से बढ़कर “संस्कारों की प्रतीक” बनाता है।
वर्तमान में अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि उनकी स्थिति स्थिर है लेकिन उम्र अधिक होने के कारण डॉक्टर बेहद सतर्कता से उनका इलाज कर रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि इस उम्र में मामूली संक्रमण भी गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।
कोकिलाबेन अंबानी केवल अंबानी परिवार की मुखिया नहीं हैं, बल्कि उन्होंने भारतीय समाज में यह दिखाया कि एक महिला कैसे परिवार को जोड़कर रख सकती है, कैसे वह विपरीत परिस्थितियों में भी मजबूत स्तंभ बन सकती है। आज जब वह स्वास्थ्य संकट से जूझ रही हैं, पूरा देश प्रार्थना कर रहा है कि वह फिर से स्वस्थ होकर लौटें और अपने परिवार के साथ वही स्नेह और मार्गदर्शन देती रहें, जिसके लिए वह जानी जाती हैं।
उनकी जिंदगी भारतीय महिलाओं के लिए एक उदाहरण है कि परिवार, विश्वास और दृढ़ संकल्प से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। आने वाले कुछ दिन उनके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद अहम होंगे और सभी की निगाहें एच.एन. रिलायंस अस्पताल से आने वाले अपडेट पर टिकी हैं। हर कोई यही उम्मीद कर रहा है कि कोकिलाबेन जल्द ही स्वस्थ होकर अपने परिवार के बीच वापस लौटेंगी।
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