Radhika Apte ने किया खुलासा: प्रेग्नेंसी को लेकर प्रोड्यूसर की असंवेदनशीलता पर उठाए सवाल

0 Divya Chauhan

 


Bollywood की टैलेंटेड और बेबाक एक्ट्रेस राधिका आप्टे ने हाल ही में एक इंटरव्यू में ऐसा खुलासा किया जिसने फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत को एक बार फिर सामने ला दिया। उन्होंने बताया कि एक बार जब उन्होंने Pregnancy (गर्भावस्था) को लेकर बात की, तो एक प्रोड्यूसर ने उनके प्रति बेहद असंवेदनशील रवैया दिखाया और ऐसा बयान दिया जिसने उन्हें झकझोर कर रख दिया।


“He bluntly told me that if I get pregnant, I’ll lose all my roles. It felt like my personal life was being controlled by someone else,” – Radhika said in an interview.


राधिका ने कहा कि जब उन्होंने मां बनने की संभावना पर चर्चा की, तो उस निर्माता ने बिना झिझक कह दिया कि अगर वह गर्भवती होती हैं तो उन्हें कोई फिल्म नहीं मिलेगी। यह बात उनके लिए बेहद चौंकाने वाली थी, क्योंकि ऐसा लगा मानो उनकी personal life पर भी इंडस्ट्री का कंट्रोल है।


🎬 बॉलीवुड में महिलाओं की स्थिति पर बड़ा सवाल

राधिका के इस बयान ने एक बार फिर बॉलीवुड में महिलाओं के प्रति सोच और उनके साथ होने वाले भेदभाव पर रोशनी डाली है। आज भी कई लोगों के मन में यह मानसिकता ज़िंदा है कि एक्ट्रेस शादी करने या मां बनने के बाद अपनी “कमर्शियल वैल्यू” खो देती हैं।

“Why is it okay for a male actor to have kids and continue doing lead roles, but women are treated differently?” – she questioned.

राधिका का यह सवाल बेहद महत्वपूर्ण है। पुरुष अभिनेताओं को शादी या बच्चों के बाद भी लीड रोल मिलते रहते हैं, उनकी करियर ग्रोथ पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन जब कोई महिला एक्ट्रेस मां बनने का फैसला करती है, तो उसे अचानक कम रोल मिलने लगते हैं या इंडस्ट्री उसे ‘मार्केटेबल’ नहीं मानती।


🤰 प्रेग्नेंसी = करियर का अंत?

राधिका आप्टे ने बताया कि उन्होंने अपने करियर में कई ऐसे मौके गंवाए जहाँ उन्हें लगता था कि उनका काम मजबूत था, लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी के फैसलों को देखकर उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया गया।


उन्होंने कहा, “कई बार मुझे सिर्फ इसलिए प्रोजेक्ट्स से बाहर कर दिया गया क्योंकि मैंने शादी की थी या मां बनने की बात कही थी। ऐसा लगता है जैसे हमारा करियर हमारी क्षमताओं पर नहीं, बल्कि हमारे निजी फैसलों पर निर्भर करता है।”


उन्होंने यह भी जोड़ा कि,

“There needs to be a change in mindset. Women can work and be mothers too.”

राधिका का यह बयान एक सच्चाई की तरफ इशारा करता है — आज के आधुनिक और विकसित होते समाज में भी महिलाएं अभी भी इस दोराहे पर खड़ी हैं कि उन्हें मां बनना है या करियर बनाना है।


📉 बॉलीवुड में कई एक्ट्रेसेस को झेलनी पड़ी है ऐसी स्थितियाँ

राधिका अकेली नहीं हैं जिन्होंने इस तरह का अनुभव साझा किया है। समय-समय पर कई नामी अभिनेत्रियाँ, जैसे Kareena Kapoor Khan, Aishwarya Rai Bachchan, Neha Dhupia, और Lara Dutta  भी इस मुद्दे पर बात कर चुकी हैं। कई ने खुलकर कहा कि शादी या बच्चे के बाद उन्हें कम प्रोजेक्ट्स ऑफर किए गए और उन्हें “कमर्शियल रिस्क” समझा जाने लगा।


करीना कपूर खान ने तो अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान भी काम जारी रखा था, लेकिन उन्होंने भी कहा था कि कई ब्रांड्स और फिल्ममेकर्स ने उनके साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिए क्योंकि उन्हें लगा कि उनकी “ग्लैमर अपील” खत्म हो गई है।


💬 सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त समर्थन

राधिका आप्टे के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में उतर आए। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #SupportRadhika और #WomenCanDoBoth जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।


कई फैंस और फेमिनिस्ट एक्टिविस्ट्स ने कहा कि महिलाओं को उनकी निजी जिंदगी के फैसलों की वजह से प्रोफेशनल लाइफ में सज़ा नहीं दी जानी चाहिए।

  • “मां बनना एक महिला का अधिकार है, करियर का अंत नहीं।”

  • “अगर एक आदमी पिता बनकर भी लीड रोल कर सकता है, तो महिला क्यों नहीं?”

ऐसी कई टिप्पणियाँ सामने आईं जिन्होंने बॉलीवुड और बाकी कार्यक्षेत्रों में मौजूद दोहरे मानदंडों पर सवाल खड़े किए।


🏆 राधिका की छवि: सशक्त और बेबाक आवाज़

राधिका आप्टे सिर्फ एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री नहीं हैं, बल्कि वह हमेशा से उन विषयों पर बात करने के लिए जानी जाती हैं जिन पर बाकी लोग चुप रहते हैं। उनकी फिल्मों में भी अक्सर समाज के संवेदनशील मुद्दों को उठाया गया है और ऑफ-स्क्रीन भी वह बेबाक राय देने से नहीं डरतीं।


राधिका ने कहा, “मैं चाहती हूं कि आने वाली पीढ़ी की एक्ट्रेसेस को ऐसे सवालों का सामना न करना पड़े। अगर कोई महिला मां बनना चाहती है, तो यह उसका अधिकार है और इससे उसके करियर पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए।”


📊 बॉलीवुड को बदलनी होगी अपनी सोच

राधिका के बयान ने फिल्म इंडस्ट्री को एक आईना दिखाया है। आज भी कई प्रोडक्शन हाउस और निर्देशक यह मानते हैं कि एक्ट्रेस की उम्र, शादी या मातृत्व उसकी "मार्केट वैल्यू" तय करती है। लेकिन दुनिया अब बदल रही है।


हॉलीवुड में कई उदाहरण हैं जहां एक्ट्रेसेस ने मां बनने के बाद भी शानदार करियर जारी रखा है। जैसे स्कारलेट जोहानसन, नताली पोर्टमैन और रीज़ विदरस्पून ने मां बनने के बाद भी सफल फिल्में दीं। बॉलीवुड को भी अब इस पुरानी सोच को छोड़कर आगे बढ़ना होगा।


✊ बदलाव की ओर एक कदम

राधिका आप्टे का यह खुलासा सिर्फ एक व्यक्तिगत अनुभव नहीं है, बल्कि यह हजारों-लाखों महिलाओं की आवाज़ है जो अपने सपनों और मातृत्व के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं।


यह बयान हमें सोचने पर मजबूर करता है कि जब समाज के हर क्षेत्र में महिलाएं बराबरी से आगे बढ़ रही हैं, तो फिल्म इंडस्ट्री जैसी बड़ी और प्रभावशाली जगह पर क्यों अब भी उन्हें सीमाओं में बांधने की कोशिश की जाती है?


निष्कर्ष: आवाज़ जो बदलाव लाएगी

राधिका आप्टे का यह बयान मनोरंजन जगत से कहीं ज़्यादा व्यापक है। यह उस सोच के खिलाफ एक चुनौती है जो मानती है कि महिला के करियर और मातृत्व में टकराव होना ही चाहिए

अब समय आ गया है कि बॉलीवुड और समाज दोनों यह समझें कि एक महिला एक साथ मां भी बन सकती है और एक सफल प्रोफेशनल भी। और जब तक यह मानसिकता नहीं बदलेगी, तब तक असली जेंडर इक्वैलिटी का सपना अधूरा ही रहेगा।

 

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यह वक्त है जब फिल्म इंडस्ट्री को महिलाओं के प्रति अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाना चाहिए।

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