टॉयलेट पर मोबाइल इस्तेमाल करने से बवासीर का खतरा – जानिए पूरी सच्चाई
यह कोई मज़ाक नहीं है। आपकी यह छोटी सी आदत आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकती है। डॉक्टर और वैज्ञानिक भी इस बात को मानते हैं कि टॉयलेट में ज्यादा देर तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बवासीर (Piles/Hemorrhoids) का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
बवासीर क्या है?
बवासीर यानी हेमोरॉयड्स। इसमें मलद्वार की नसों में सूजन आ जाती है और वहां गांठ बन जाती है। मलत्याग के समय दर्द और खून निकलना इसके लक्षण हैं। यह धीरे-धीरे बढ़ता है और समय पर ध्यान न देने से समस्या गंभीर हो सकती है।
मोबाइल की वजह से टॉयलेट टाइम क्यों बढ़ता है?
यह सवाल सबसे ज़रूरी है। पहले लोग टॉयलेट में अखबार पढ़ते थे। अब लोग मोबाइल फोन चलाते हैं। लेकिन दोनों का मकसद एक ही है: टाइम पास करना।
मोबाइल फोन हमारे दिमाग को इतना व्यस्त कर देता है कि हमें समय का पता ही नहीं चलता। हम टॉयलेट में 10 मिनट के बजाय 20-30 मिनट या उससे भी ज्यादा समय तक बैठे रहते हैं। बस यही सबसे बड़ी समस्या है।
एक शोध में पता चला है कि जो लोग टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करते हैं, वे बिना फोन इस्तेमाल करने वालों की तुलना में पाँच गुना ज्यादा देर तक टॉयलेट में बैठते हैं।
ज्यादा देर बैठने से क्या होता है?
जब आप टॉयलेट सीट पर बैठते हैं, तो आपके शरीर का पूरा भार आपके पेल्विक एरिया (pelvic area) पर आता है। यह वह हिस्सा है जहाँ से आप मल त्याग करते हैं।
इस स्थिति में, आपके मलद्वार के आस-पास की नसों पर दबाव बढ़ जाता है। यह ठीक वैसा ही है, जैसे आप किसी रबर की ट्यूब को दबा रहे हों।
जितनी ज्यादा देर आप टॉयलेट सीट पर बैठेंगे, उतनी ही ज्यादा देर तक इन नसों पर दबाव बना रहेगा।
लगातार दबाव के कारण ये नसें कमजोर हो जाती हैं और धीरे-धीरे फूलने लगती हैं। यही फूली हुई नसें बवासीर का रूप ले लेती हैं।
जब आप मल त्याग करने के लिए जोर लगाते हैं (खासतौर पर अगर आपको कब्ज है), तो यह दबाव और भी बढ़ जाता है। फोन पर ध्यान होने के कारण लोग अक्सर अपने मल त्याग की प्रक्रिया को भूल जाते हैं और जोर लगाते रहते हैं, जो नुकसानदायक है।
लक्षण | क्या करें | घरेलू उपाय |
---|---|---|
मलत्याग के समय दर्द | डॉक्टर से सलाह लें | गुनगुने पानी से सीट्ज बाथ |
खून आना | दवा और जांच जरूरी | ठंडी सिकाई और फाइबर युक्त भोजन |
गुदा में गांठ/सूजन | विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं | एलोवेरा जेल और हल्का भोजन |
बचाव के आसान उपाय
अच्छी खबर यह है कि आप इस खतरे से आसानी से बच सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ आसान बातें अपनानी होंगी।
- फोन को बाहर ही छोड़ दें: सबसे पहला और सबसे ज़रूरी कदम यही है। टॉयलेट में जाते समय अपना फोन बाहर ही छोड़ दें। यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी है।
- 5 मिनट का नियम: टॉयलेट में सिर्फ तब तक बैठें, जब तक ज़रूरत हो। मल त्याग करने के बाद तुरंत उठ जाएं। 5 मिनट से ज्यादा टॉयलेट में न बैठें। अगर 5 मिनट में मल त्याग नहीं होता है, तो थोड़ी देर बाद फिर से कोशिश करें।
- फाइबर वाला खाना खाएं: अपने खाने में फाइबर वाली चीजें शामिल करें। जैसे: फल (सेब, केला, पपीता), सब्जियां (पालक, गाजर, बीन्स), दालें और साबुत अनाज
- खूब पानी पिएं: दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और मल को नरम बनाता है, जिससे कब्ज नहीं होती।
- व्यायाम करें: हर दिन कम से कम 30 मिनट पैदल चलें या कोई और व्यायाम करें। शारीरिक गतिविधि से पाचन तंत्र सही से काम करता है।
- जोर न लगाएं: मल त्याग करते समय कभी भी जोर न लगाएं। अगर आपको जोर लगाना पड़ रहा है, तो इसका मतलब है कि आपको कब्ज है और आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
अगर दर्द लगातार बढ़ रहा है, खून ज्यादा आ रहा है या गांठ बड़ी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। देर करने से स्थिति बिगड़ सकती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
क्या मोबाइल से बवासीर होता है?
मोबाइल सीधे कारण नहीं है, लेकिन इसकी वजह से टॉयलेट में बैठने का समय बढ़ जाता है। यही आदत बवासीर का कारण बनती है।
कितनी देर टॉयलेट में बैठना सुरक्षित है?
5 मिनट तक बैठना सामान्य है। 10 मिनट से ज्यादा बैठना खतरनाक हो सकता है।
क्या शुरुआती बवासीर घर पर ठीक हो सकती है?
शुरुआती स्तर पर घरेलू नुस्खों से राहत मिल सकती है। लेकिन गंभीर स्थिति में डॉक्टर से मिलना जरूरी है।
बचाव कैसे करें?
मोबाइल टॉयलेट में न ले जाएं, फाइबर युक्त भोजन करें, पर्याप्त पानी पिएं और नियमित व्यायाम करें।
आखिर में
टॉयलेट में फोन चलाने की आदत बहुत आम हो गई है। लेकिन हमें यह समझना होगा कि यह एक बहुत ही हानिकारक आदत है। यह न सिर्फ बवासीर का खतरा बढ़ाती है, बल्कि कई तरह के कीटाणुओं और जीवाणुओं को भी आपके फोन तक पहुँचाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
यह लेख आपको डराने के लिए नहीं है, बल्कि आपको जागरूक करने के लिए है। अपनी सेहत को सबसे ऊपर रखें। फोन तो बाद में भी इस्तेमाल हो सकता है।
अगली बार जब आप टॉयलेट जाएं, तो अपने फोन को बाहर ही रख दें। अपनी सेहत को पहली प्राथमिकता दें। यह छोटी सी आदत आपकी ज़िंदगी में एक बड़ा बदलाव ला सकती है और आपको बवासीर जैसी दर्दनाक बीमारी से बचा सकती है। स्वस्थ रहें, खुश रहें!