दुनिया के 10 देश जहां सबसे ज्यादा प्राकृतिक गैस के भंडार हैं (2025)

0 Divya Chauhan
Top 10 Largest Natural Gas Reserve Countries 2025
 

प्राकृतिक गैस आज की दुनिया में ऊर्जा का एक अहम आधार बन चुकी है। घर, फैक्ट्री, परिवहन, और बिजली—हर जगह इसकी जरूरत है। कोयला और कच्चे तेल के बाद प्राकृतिक गैस सबसे बड़ा ऊर्जा स्रोत मानी जाती है। इसकी खासियत यह है कि यह बाकी जीवाश्म ईंधनों की तुलना में अपेक्षाकृत साफ जलती है और बिजली उत्पादन में अधिक कुशल रहती है।

हर देश के पास गैस भंडार अलग-अलग हैं। कुछ देशों के पास बहुत बड़े भंडार हैं और वे निर्यातक भी हैं। कुछ देशों को आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। यहां हम उन दस देशों की बात कर रहे हैं जिनके पास दुनिया के सबसे बड़े प्रूवेन (सिद्ध) प्राकृतिक गैस भंडार हैं। साथ ही समझेंगे कि इन भंडारों का वैश्विक राजनीति, व्यापार और कीमतों पर क्या असर पड़ता है।

त्वरित समझ

प्रूवेन रिज़र्व का मतलब है वह गैस जिसे मौजूदा तकनीक और आर्थिक हालात में भरोसे के साथ निकाला जा सकता है।

• मात्रा आमतौर पर TCF (Trillion Cubic Feet) या bcm (billion cubic meter) में बताई जाती है। 1 TCF ≈ 28.3 bcm।

रूस: सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार

रूस के पास विश्व के सबसे बड़े गैस भंडार माने जाते हैं। अनुमान लगभग 1,688 TCF के आसपास बताए जाते हैं। साइबेरिया और आर्कटिक बेसिन इसके मूल केंद्र हैं। रूस लंबे समय से यूरोप को पाइपलाइन के जरिए आपूर्ति करता आया है।

क्यों महत्वपूर्ण

गैस निर्यात रूस की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देता है। आपूर्ति मार्ग—जैसे नॉर्ड स्ट्रीम और यामल—भू-राजनीतिक चर्चा का केंद्र रहते हैं।

ईरान: दूसरे स्थान पर विशाल संसाधन

ईरान के पास लगभग 1,183 TCF गैस भंडार हैं। सबसे बड़ा क्षेत्र South Pars/North Dome है जिसे वह क़तर के साथ साझा करता है।

निर्यात की तस्वीर

ढांचागत सीमाएं और प्रतिबंध निर्यात को सीमित करते हैं, पर घरेलू खपत और क्षेत्रीय आपूर्ति लगातार बढ़ रही है।

क़तर: LNG का वैश्विक केंद्र

क़तर के पास लगभग 858 TCF भंडार हैं। यह दुनिया के सबसे बड़े LNG निर्यातकों में से एक है। North Dome/ South Pars क्षेत्र इसकी रीढ़ है।

रणनीतिक बढ़त

LNG से लचीली आपूर्ति संभव होती है, जिससे क़तर एशिया और यूरोप दोनों में बड़ी भूमिका निभाता है।

अमेरिका: उत्पादन और शेल गैस में अग्रणी

अमेरिका के पास लगभग 308 TCF प्रूवेन भंडार माने जाते हैं। पर उत्पादन और खपत में यह शीर्ष पर है। टेक्सास, पेंसिलवेनिया, ओकलाहोमा और लुइसियाना प्रमुख राज्य हैं।

शेल गैस का प्रभाव

हाइड्रोलिक फ्रैक्चरिंग और हॉरिज़ॉन्टल ड्रिलिंग ने उत्पादन को तेज किया, जिससे अमेरिका निर्यातक भी बना।

तुर्कमेनिस्तान: मध्य एशिया का बड़ा भंडार

तुर्कमेनिस्तान के भंडार का बड़ा हिस्सा Galkynysh क्षेत्र में है। अनुमान 400+ TCF तक बताए जाते हैं, जो इसे वैश्विक शीर्ष सूची में जगह दिलाते हैं।

बाजार कनेक्शन

चीन तक पाइपलाइन आपूर्ति और नए मार्गों की योजना इसके लिए निर्णायक है।

सऊदी अरब: तेल के साथ गैस में भी मजबूत

सऊदी अरब के पास लगभग 9,400 bcm गैस भंडार हैं। घरेलू बिजली, पेट्रोकेमिकल और उद्योग इसके बड़े उपभोक्ता हैं।

नीतिगत ध्यान

ध्यान घरेलू उपयोग पर है, पर भविष्य में गैस-आधारित परियोजनाओं से निर्यात की संभावनाएं खुल सकती हैं।

चीन: विशाल मांग और विविध स्रोत

चीन के भंडार करीब 6,654 bcm आंके जाते हैं। पर असली ताकत इसकी मांग और सप्लाई नेटवर्क में है—घरेलू उत्पादन, शेल गैस, मध्य एशिया पाइपलाइन और LNG आयात का मिश्रण।

ऊर्जा परिवर्तन

कोयले से गैस की ओर झुकाव ने शहरी वायु गुणवत्ता और औद्योगिक दक्षता में सुधार किया।

नाइजीरिया: अफ्रीका का गैस केंद्र

नाइजीरिया के पास लगभग 5,761 bcm भंडार हैं। LNG निर्यात इसका प्रमुख हथियार है।

चुनौतियां

ढांचागत बाधाएं और निवेश की अनिश्चितता पूरी क्षमता को सीमित करती हैं। सुधारों से बड़ा अवसर खुल सकता है।

वेनेजुएला: बड़े भंडार, सीमित उत्पादन

वेनेजुएला के पास करीब 5,674 bcm गैस भंडार हैं। पर आर्थिक और नीतिगत अस्थिरता के कारण उत्पादन और निर्यात सीमित रहता है।

संभावनाएं

स्थिरता और निवेश लौटने पर यह क्षेत्रीय गैस आपूर्ति में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

अल्जीरिया: यूरोप का भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता

अल्जीरिया के पास लगभग 4,504 bcm भंडार हैं। यह पाइपलाइन और LNG दोनों माध्यमों से यूरोप को गैस देता है।

मुख्य विशेषताएं

स्थिर आपूर्ति और भौगोलिक निकटता इसे यूरोपीय बाजार के लिए रणनीतिक बनाती है।

शीर्ष 10 देश: प्राकृतिक गैस के अनुमानित प्रूवेन भंडार

रैंक देश अनुमानित भंडार केंद्र/टिप्पणी
1 रूस ~1,688 TCF साइबेरिया, आर्कटिक; निर्यात
2 ईरान ~1,183 TCF South Pars/North Dome
3 क़तर ~858 TCF LNG निर्यात
4 अमेरिका ~308 TCF शेल गैस
5 तुर्कमेनिस्तान ~400+ TCF Galkynysh
6 सऊदी अरब ~9,400 bcm घरेलू उपयोग
7 चीन ~6,654 bcm आयात + शेल
8 नाइजीरिया ~5,761 bcm LNG केंद्र
9 वेनेजुएला ~5,674 bcm सीमित उत्पादन
10 अल्जीरिया ~4,504 bcm यूरोप सप्लायर

प्राकृतिक गैस क्यों जरूरी है

यह बिजली उत्पादन में कुशल है, उद्योगों के लिए स्थिर ईंधन देती है, और घरों में कुकिंग-हीटिंग का भरोसेमंद साधन है। कोयले के मुकाबले कार्बन उत्सर्जन कम होता है। यही वजह है कि कई देश ऊर्जा परिवर्तन में गैस को ट्रांज़िशन फ्यूल की तरह देखते हैं।

LNG और पाइपलाइन: आपूर्ति के दो रास्ते

पाइपलाइन गैस

पड़ोसी या क्षेत्रीय आपूर्ति के लिए सस्ती पड़ती है, पर भू-राजनीति और सुरक्षा पर निर्भर रहती है।

LNG

गैस को तरल बनाकर जहाज से भेजा जाता है। दूर के बाजारों तक पहुंच मिलती है। टर्मिनल और रिगैसिफिकेशन ढांचे की जरूरत होती है।

ऊर्जा सुरक्षा पर असर

जिन देशों के पास बड़े भंडार हैं, वे कीमतों और आपूर्ति मार्गों को प्रभावित करते हैं। जिन देशों को आयात करना होता है, वे आपूर्तिकर्ताओं और रूपों (LNG/पाइपलाइन) में विविधता लाने की कोशिश करते हैं।

भविष्य की दिशा: तकनीक, खोज, और मांग

नई खोजें, अल्ट्रा-डीपवॉटर और शेल गैस तकनीक क्षमता बढ़ा रही हैं। वहीं उद्योग और शहरों में स्वच्छ ईंधन की मांग गैस को प्रासंगिक रखेगी। नवीकरणीय ऊर्जा बढ़ने के बावजूद, बैक-अप और पीक-लोड के लिए गैस की जरूरत बनी रह सकती है।

जोखिम और चुनौतियां

कीमतों में उतार-चढ़ाव

मौसम, आपूर्ति व्यवधान, और भू-राजनीति कीमतों को प्रभावित करते हैं। उपभोक्ता देशों को दीर्घकालिक अनुबंध और विविध स्रोतों से संतुलन बनाना पड़ता है।

ढांचागत निवेश

पाइपलाइन, LNG टर्मिनल, स्टोरेज टैंक—सब पूंजी-गहन हैं। नीतिगत स्पष्टता और स्थिरता निवेश आकर्षित करती है।

पर्यावरणीय लक्ष्य

मीथेन लीकेज और फ्लेरिंग पर नियंत्रण जरूरी है। मॉनिटरिंग और तकनीकी सुधार से उत्सर्जन घटाया जा सकता है।

केस-इन-पॉइंट: तीन त्वरित उदाहरण

यूरोप और आपूर्ति विविधीकरण

पाइपलाइन निर्भरता कम करने के लिए कई देशों ने LNG आयात बढ़ाया और नए टर्मिनल बनाए। इससे बाजार में लचीलापन बढ़ा।

एशिया में मांग

भारत, चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया में शहरीकरण से गैस की मांग बढ़ रही है। बिजली और उद्योग दोनों क्षेत्रों में खपत बढ़ी।

मध्य एशिया की भूमिका

कजाखस्तान, उज़्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान क्षेत्रीय गैस व्यापार में अहम हैं। चीन और दक्षिण एशिया के लिए संभावित मार्ग खुल रहे हैं।

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्र: सबसे ज्यादा गैस भंडार किसके पास है?

उ: सामान्य तौर पर रूस पहले स्थान पर माना जाता है। उसके बाद ईरान और क़तर आते हैं।

प्र: गैस रिज़र्व कैसे मापे जाते हैं?

उ: भूवैज्ञानिक और इंजीनियरिंग आकलन के आधार पर, जिन्हें मौजूदा तकनीक और लागत पर निकाला जा सकता है।

प्र: क्या रैंकिंग हर साल बदलती है?

उ: छोटे बदलाव संभव हैं। नई खोज, कीमत, तकनीक और नीति से आंकड़ों में परिवर्तन होता है।

प्र: LNG और पाइपलाइन में क्या फर्क है?

उ: पाइपलाइन पास के क्षेत्रों के लिए सस्ती पड़ती है, जबकि LNG से दूर के बाजारों तक आपूर्ति आसान होती है।

अंत में

रूस, ईरान और क़तर जैसे देश वैश्विक गैस मानचित्र के केंद्र में हैं। अमेरिका उत्पादन और तकनीक की वजह से खास है। चीन, सऊदी अरब और अल्जीरिया जैसे देश अपनी-अपनी रणनीतियों से बाजार को प्रभावित करते हैं। नाइजीरिया और तुर्कमेनिस्तान बड़े अवसर वाले देश हैं, जहां ढांचागत सुधार से भूमिका और बढ़ सकती है।

आने वाले वर्षों में प्राकृतिक गैस मांग, नीतियों और पर्यावरणीय लक्ष्यों के बीच संतुलन बनाते हुए ऊर्जा मिश्रण का अहम हिस्सा बनी रहेगी। LNG, पाइपलाइन और नए भंडार—ये तीनों मिलकर बाजार की दिशा तय करेंगे।


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