India Crude Oil Import: खर्चा और Profit कैसे तय होता है?

0 Divya Chauhan

India Crude Oil Import: खर्चा & Profit (Simple Guide in Hindi)

भारत का कच्चा तेल आयात और खर्चा–मुनाफ़े की कहानी

भारत में ऊर्जा की मांग तेज़ है। घरेलू उत्पादन सीमित है। इसलिए हमें ज़्यादातर कच्चा तेल बाहर से लेना पड़ता है। यह लेख सरल भाषा में बताता है कि हम कितना import करते हैं, barrel की कीमत कैसे समझें, refining पर क्या खर्च आता है, और आखिर में पंप पर कीमत कैसे बनती है।

Key Numbers (FY24–FY25 context)

Crude Imports (FY24)
232.5 MMT
Source: Govt data / Reuters
Import Dependency
~88%
PPAC data (FY24–FY25)
Russian Share (recent)
~35–40%
Media/Trade data
Typical GRM (range)
~$6–12 per bbl
Refinery margins vary

Barrel Cost को Simple तरीके से समझो

1 barrel ≈ 159 litres. मान लो अंतरराष्ट्रीय बाजार में crude की कीमत $80/bbl है। तो प्रति लीटर crude cost ≈ $80 ÷ 159 = $0.50। अगर FX (डॉलर–रुपया) ₹83/$ है, तो crude का रॉ cost ≈ ₹41.5 प्रति लीटर बैठता है।

इसके बाद refining, logistics, marketing और taxes जुड़ते हैं। नीचे टेबल में पूरा build-up देखो। यह एक illustrative example है। असली कीमतें दिन–प्रतिदिन बदलती रहती हैं।

Illustrative Pump Price Build (Petrol)

कंपोनेंट कैल्कुलेशन (उदाहरण) रकम (₹/ली.)
Crude Cost $80/bbl ⇒ $0.50/L × ₹83 41.5
Refining + Freight + Storage उर्जा, रखरखाव, पाइपलाइन/टैंकर 8–10
OMC Margin (Marketing) नेटवर्क, वाष्प हानि, बीमा 2–4
Taxes (Excise + VAT) कुल RSP का बड़ा हिस्सा ~40–50% RSP
Indicative Pump Price उपर्युक्त जोड़कर ~₹90–100

यह केवल उदाहरण है। वास्तविक मूल्य crude price, FX, state VAT और कंपनी नीतियों पर निर्भर करते हैं।

Refining Margin (GRM) और Profit

GRM वह अंतर है जो उत्पाद बेचकर मिलता है और crude व processing पर खर्च होता है। भारत में बड़े परिसरों का ऐतिहासिक/हालिया GRM अक्सर $6–12 per barrel रेंज में देखा जाता है। जब crude सस्ता मिले या उत्पादों की मांग मजबूत हो, तो GRM ऊपर जाता है। जब products पर दबाव हो, तो GRM नीचे आता है।

  • Higher GRM ⇒ बेहतर कंपनी लाभ।
  • Discounted crude ⇒ input cost घटती है।
  • Export cracks, maintenance shutdowns, freight ⇒ GRM पर असर।

किन देशों से तेल आता है? Discount से फायदा?

भारत रूस, इराक, सऊदी अरब, यूएई समेत कई देशों से crude लेता है। हाल के समय में रूस का हिस्सा लगभग 35–40% तक देखा गया है। जब किसी स्रोत से डिस्काउंट पर crude मिलता है, तो आयात बिल घटता है। इससे रिफाइनरी का मार्जिन बेहतर दिख सकता है और कभी–कभी घरेलू कंपनियों की कमाई पर सीधा असर पड़ता है।

Taxes का Weight: Pump Price पर बड़ा असर

पेट्रोल–डीज़ल की खुदरा कीमत में केंद्रीय excise और राज्य VAT का हिस्सा बड़ा होता है। कई विश्लेषण बताते हैं कि पेट्रोल की कीमत में करों का योगदान ~50% तक पहुँच सकता है, जबकि डीज़ल में यह हिस्सा थोड़ा कम रहता है। इसी कारण crude सस्ता होने पर भी पंप पर कीमत उतनी तेज़ी से नीचे नहीं आती।


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FAQs

India kitna crude import karta hai?

ताज़ा सरकारी आँकड़ों के मुताबिक FY24 में लगभग 232.5 MMT crude आयात हुआ।

Import dependency kitni hai?

लगभग ~88% (FY24–FY25 अवधि में)।

$80/bbl par प्रति लीटर crude cost कितना?

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