Maharashtra सरकार Private sector के employees के लिए बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। अभी तक निजी प्रतिष्ठानों में daily working hours की limit 9 hours है। अब सरकार इसे बढ़ाकर 10 hours करने का proposal लेकर आई है।
Labour Minister Akash Fundkar ने हाल ही में Cabinet meeting में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी यह सिर्फ विचाराधीन है और final decision नहीं हुआ है। उनका कहना है कि कई कंपनियों में employees पहले से ही 9 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, लेकिन इसके लिए clear rules और proper overtime payment नहीं मिलता। नए बदलाव से यह व्यवस्था साफ हो सकती है।
Proposal में overtime की सीमा भी बढ़ाने की बात कही गई है। अभी 3 months में 125 hours तक overtime की अनुमति है। अब इसे 144 hours तक करने का सुझाव है। साथ ही, लगातार 6 hours काम करने के बाद minimum 30 minutes का break अनिवार्य करने की योजना है। खास बात यह भी है कि special situations में मौजूदा 12 hours limit हटाने का विचार चल रहा है, ताकि जरूरत पड़ने पर काम की कोई तय सीमा न हो।
सरकार छोटे private establishments को भी इस दायरे में लाना चाहती है। अभी तक जिन offices में 10 या उससे कम employees हैं, उन पर यह नियम लागू नहीं होता। नए proposal के अनुसार यह सीमा 20 employees तक बढ़ाई जाएगी। इसका मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा कंपनियां इस कानून के अंतर्गत आएं।
एक और बड़ा बदलाव यह हो सकता है कि women employees को late night shifts में काम करने की अनुमति मिले। अभी कई प्रतिबंध हैं, लेकिन नया law लागू होने पर महिलाएं भी देर रात तक काम कर सकेंगी। इससे employment opportunities बढ़ेंगी और gender equality को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि employee unions का कहना है कि working hours बढ़ाने से health पर असर पड़ेगा और work-life balance बिगड़ सकता है। दूसरी ओर सरकार का मानना है कि यह बदलाव global standards से मेल खाता है और industry को ज्यादा flexibility देगा।
Cabinet ने अभी इस proposal पर और details मांगी हैं। Final decision आने में कुछ समय लगेगा। लेकिन अगर यह rule लागू हो गया तो Maharashtra में private sector employees का कामकाजी माहौल पूरी तरह बदल जाएगा। Mumbai और Pune जैसे बड़े शहरों में इसका असर और भी ज्यादा दिखेगा, जहां पहले से competition और pressure बहुत अधिक है।
फिलहाल यह मुद्दा चर्चा में है और आने वाले महीनों में साफ हो जाएगा कि Maharashtra सरकार 9 से 10 working hours का rule सच में लागू करती है या नहीं।