घर में मेडिकल किट रखना आज के समय की ज़रूरत है। अचानक किसी को बुखार हो जाए, चोट लग जाए या छोटी-मोटी तकलीफ़ हो तो तुरंत मदद मिल सके। मेडिकल किट होने से डॉक्टर के पास भागने से पहले शुरुआती देखभाल की जा सकती है। कई बार छोटी दवाइयों और प्राथमिक उपचार से ही समस्या हल हो जाती है।
मेडिकल किट हर घर में होनी चाहिए। इसमें रखी दवाइयाँ ज़्यादातर आम बीमारियों और तकलीफ़ों के लिए काम आती हैं। आइए जानते हैं कि मेडिकल किट में कौन-कौन सी दवाइयाँ और सामान ज़रूरी हैं, उनका क्या काम है और कैसे इस्तेमाल किया जाता है।
दर्द और बुखार के लिए दवाइयाँ
Paracetamol
यह सबसे ज़रूरी दवा है। बुखार आने पर सबसे पहले यही दी जाती है। सिरदर्द, शरीर दर्द और हल्के ज्वर में भी इसका उपयोग होता है।
- कैसे लें: सामान्य तौर पर 500mg की गोली बड़ों के लिए। बच्चों के लिए सिरप उपलब्ध है।
- सावधानी: ज़्यादा बार न लें। एक बार लेने के बाद कम से कम 6 घंटे का अंतर रखें।
Ibuprofen
यह दवा दर्द और सूजन कम करने के लिए काम आती है। दांत दर्द, सिरदर्द, जोड़ों का दर्द या चोट में होने वाली सूजन में फायदेमंद है।
- कैसे लें: 400mg टैबलेट आमतौर पर बड़ों के लिए दी जाती है।
- सावधानी: पेट में अल्सर या गैस्ट्रिक समस्या वालों को डॉक्टर की सलाह से ही लें।
पेट की तकलीफ़ के लिए दवाइयाँ
ORS (Oral Rehydration Solution)
यह सबसे ज़रूरी है। उल्टी-दस्त में शरीर से पानी और लवण निकल जाते हैं। ORS उन्हें पूरा करने के लिए काम आता है।
- कैसे इस्तेमाल करें: एक पैकेट को 1 लीटर उबले और ठंडे पानी में घोल लें। धीरे-धीरे पीते रहें।
- सावधानी: साफ पानी ही इस्तेमाल करें।
Antacid (Gelusil / Digene)
गैस, एसिडिटी और पेट भारी लगने पर यह मदद करता है।
कैसे लें: टैबलेट चबाकर खा सकते हैं या सिरप का सेवन कर सकते हैं। बार-बार जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से दिखाएँ।
Ondansetron / Domperidone
यह दवाइयाँ उल्टी रोकने के लिए होती हैं। बच्चों के लिए सिरप रूप में मिलती हैं।
कैसे लें: डॉक्टर की सलाह से ही लें। बिना सलाह के ज्यादा न लें।
Loperamide
यह दस्त रोकने की दवा है।
कैसे लें: वयस्कों के लिए 2mg टैबलेट उपयोगी होती है। बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह न दें।
मेडिसिन | किस काम की | कैसे लें / सावधानी |
Paracetamol | बुखार, सिरदर्द, बॉडी पेन | 500mg वयस्क; बच्चों के लिए सिरप; 6 घंटे के बाद दोबार लेना। |
Ibuprofen | दर्द व सूजन | 400mg वयस्क; पेट की परेशानी वालों को डॉक्टर से। |
ORS | डिहाइड्रेशन (उल्टी-दस्त) | 1 पैकेट + 1 लीटर पानी; धीरे-धीरे पिएं। |
Antacid | एसिडिटी, गैस | चबाकर लें या सिरप; बार-बार लगे तो डॉक्टर से। |
Cetirizine | एलर्जी, छींक, खुजली | रात में 10mg; इससे नींद आ सकती है। |
एलर्जी और ज़ुकाम की दवाइयाँ
Cetirizine
यह दवा एलर्जी, छींक, खुजली, नाक बहना और ज़ुकाम में राहत देती है। लेने के बाद कुछ लोगों को नींद आ सकती है।
Lozenges (गले की गोलियाँ)
गले में खराश और दर्द के लिए यह उपयोगी है। धीरे-धीरे चूसें। छोटे बच्चों को न दें।
चोट और फर्स्ट-एड के लिए दवाइयाँ व सामान
Antiseptic Liquid (Dettol / Savlon)
चोट लगने पर घाव को साफ करने के लिए सबसे ज़रूरी। पानी में मिलाकर घाव धोएँ।
Antibiotic Cream (Soframycin / Neosporin)
कटने या छिलने पर घाव में लगाने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है। साफ घाव पर पतली परत लगाएँ।
Burn Cream (Silver Sulfadiazine)
जलने पर यह काम आती है। हल्के जलने पर धीरे-धीरे लगाएँ। गंभीर जले पर हॉस्पिटल दिखाएँ।
Bandage, Cotton, Gauze, Tape, Band-aid
छोटे-मोटे कट और चोट पर पट्टी करने के लिए ज़रूरी हैं। साफ़ और सूखा रखें।
Scissors और Tweezers: कपड़ा काटने या कांटा/हर चीज़ निकालने में मददगार होते हैं। इन्हें भी किट में रखें और उपयोग से पहले साफ करें।
दर्द और चोट कम करने वाली चीजें
Pain Relief Spray / Ointment (Moov, Volini)
मांसपेशियों के दर्द या मोच में तुरंत आराम देते हैं। चोट पर हल्की मालिश से आराम मिलता है।
Ice Pack और Hot Water Bag
Ice pack चोट और सूजन में काम आता है। Hot water bag शरीर दर्द या मासिक धर्म के दर्द में आराम देता है।
ज़रूरी उपकरण
- Thermometer: बुखार नापने के लिए ज़रूरी। डिजिटल थर्मामीटर अच्छा रहता है।
- Blood Pressure Monitor: घर में बुजुर्गों या BP के मरीजों के लिए।
- Glucometer: शुगर के मरीजों के लिए घर पर ब्लड शुगर चेक करना आसान बनाता है।
- Hand Sanitizer और Gloves: हाथ साफ रखने और संक्रमण से बचने के लिए।
दवाइयाँ हमेशा सूखी और ठंडी जगह पर रखें। बच्चों की पहुँच से दूर रखें। दवाइयों की एक्सपायरी डेट हर बार चेक करें। खुले पैकेट या expired आइटम तुरंत हटा दें।
सावधानियाँ
- हमेशा दवाइयों की expiry date देखें।
- बच्चों और बुजुर्गों को डॉक्टर की सलाह से ही दवा दें।
- एंटीबायोटिक दवाइयाँ (जैसे Amoxicillin, Azithromycin) मेडिकल किट में बिना पर्ची के न रखें।
- दवाइयाँ बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- मेडिकल किट को सूखी और ठंडी जगह पर रखें।
मेडिकल किट कब चेक करें
मेडिकल किट को हर 3–4 महीने में ज़रूर चेक करना चाहिए। एक्सपायर हो चुकी दवाइयाँ तुरंत निकाल दें। कॉटन, बैंडेज और ORS पैकेट भी समय-समय पर बदलते रहें।
निष्कर्ष
घर पर मेडिकल किट होना बहुत ज़रूरी है। यह छोटी बीमारियों और चोटों में तुरंत मदद करता है। सही दवा और सामान के होने पर स्थिति बिगड़ने से पहले राहत मिल सकती है। ध्यान रहे कि मेडिकल किट डॉक्टर की जगह नहीं है। यह केवल शुरुआती मदद के लिए है।
FAQs
प्रश्न 1: मेडिकल किट में सबसे ज़रूरी दवा कौन सी है?
उत्तर: Paracetamol और ORS सबसे ज़रूरी मानी जाती हैं।
प्रश्न 2: बच्चों के लिए मेडिकल किट अलग रखनी चाहिए?
उत्तर: हाँ, बच्चों के लिए अलग सिरप और दवा रखें। हमेशा डॉक्टर से सलाह लेकर ही दें।
प्रश्न 3: मेडिकल किट कब तक चेक करनी चाहिए?
उत्तर: हर 3–4 महीने में किट चेक करनी चाहिए।
प्रश्न 4: क्या एंटीबायोटिक दवा रख सकते हैं?
उत्तर: नहीं, इन्हें डॉक्टर की पर्ची पर ही लेना चाहिए।