Harvard की नई स्टडी: यह ग्रीन डाइट दिमाग़ को जवान रखेगी, उम्र बढ़ने की रफ़्तार होगी धीमी

0 Divya Chauhan
हार्वर्ड स्टडी में खुलासा: यह डाइट दिमाग़ की उम्र बढ़ने की रफ़्तार को धीमा कर सकती है
क्या आप जानते हैं कि हमारा दिमाग भी उम्र के साथ बूढ़ा होता है? जैसे‑जैसे साल गुजरते हैं, हमारी सोचने की क्षमता, याददाश्त और ध्यान कम होने लगता है। यह सामान्य है लेकिन कई बार यह प्रक्रिया तेज़ भी हो सकती है। हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी ने बताया है कि एक खास डाइट अपनाकर दिमाग़ की उम्र बढ़ने की गति को धीमा किया जा सकता है। इस डाइट का नाम है ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट (Green‑Mediterranean Diet)
Harvard study on Green Mediterranean diet to slow brain aging

इस लेख में हम समझेंगे कि यह डाइट क्या है, हार्वर्ड की स्टडी में क्या मिला, इसके फायदे और सीमाएँ क्या हैं, और भारत में इसे कैसे अपनाया जा सकता है।

दिमाग़ की उम्र क्यों बढ़ती है?

  • बढ़ती उम्र के साथ शरीर की तरह दिमाग़ भी बूढ़ा होता है।
  • दिमाग़ की कोशिकाएँ धीरे‑धीरे कमजोर होने लगती हैं।
  • सोचने की स्पीड कम हो जाती है।
  • भूलने की समस्या बढ़ती है।
  • अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

वैज्ञानिक लंबे समय से खोज कर रहे हैं कि जीवनशैली और खानपान में क्या बदलाव करने से दिमाग़ को ज़्यादा समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।

हार्वर्ड स्टडी क्या कहती है?

हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और अन्य यूनिवर्सिटी ने एक रिसर्च की। इसमें करीब 300 लोगों को शामिल किया गया। रिसर्च लगभग 18 महीने चली।

शोधकर्ताओं ने तीन तरह की डाइट पर लोगों को रखा।

  1. सामान्य स्वस्थ डाइट
  2. मेडिटेरेनियन डाइट
  3. ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट

नतीजों में पाया गया कि ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट अपनाने वाले लोगों के खून में कुछ ऐसे प्रोटीन कम हो गए जो दिमाग़ की तेज़ उम्र बढ़ने से जुड़े होते हैं। इसका मतलब है कि उनके दिमाग़ की जैविक उम्र (biological age) धीमी हुई।

ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट क्या है?

यह डाइट सामान्य मेडिटेरेनियन डाइट का ही उन्नत रूप है। इसमें शामिल हैं:

  • ताज़ी हरी सब्ज़ियाँ
  • फल
  • साबुत अनाज
  • मेवे और बीज
  • मछली और चिकन (लाल मांस बहुत कम)
  • जैतून का तेल

इसके अलावा इसमें खासतौर पर दो चीज़ें और शामिल की जाती हैं:

  1. ग्रीन टी – इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो दिमाग़ की कोशिकाओं को बचाते हैं।
  2. मंकाई (duckweed plant) – यह एक जलीय पौधा है जो प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर है।

यही दोनों चीज़ें इस डाइट को “ग्रीन” बनाती हैं।

स्टडी के मुख्य निष्कर्ष

  • जिन लोगों ने ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट अपनाई, उनके खून में कुछ प्रोटीन (जैसे Galectin‑9, Decorin) का स्तर कम हुआ।
  • ये प्रोटीन दिमाग़ की उम्र बढ़ने के संकेत माने जाते हैं।
  • इसका मतलब है कि डाइट ने दिमाग़ की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया।
  • रिसर्चर्स का मानना है कि इसका मुख्य कारण है ग्रीन टी और मंकाई में पाए जाने वाले एंटी‑इंफ्लेमेटरी तत्व।

क्यों ज़रूरी है यह खोज?

आज की तेज़ ज़िंदगी में मानसिक तनाव, नींद की कमी और गलत खानपान आम हो गया है। ऐसे में दिमाग़ जल्दी थकता है और बूढ़ा होता है। अगर कोई डाइट इस प्रक्रिया को धीमा कर सकती है, तो यह बड़ी बात है।

हालांकि यह रिसर्च अभी शुरुआती स्तर पर है। यह संकेत देती है कि सही डाइट से हम अपने दिमाग़ को लंबे समय तक फिट रख सकते हैं।

भारत में इसे कैसे अपनाएँ?

भारत में मंकाई आसानी से नहीं मिलती। लेकिन हम इसके विकल्प ढूँढ सकते हैं।

  • ग्रीन टी: भारत में हर जगह उपलब्ध है।
  • हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ: जैसे पालक, मेथी, सरसों का साग।
  • दाल और चना: यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं।
  • अखरोट और बादाम: मेवों से दिमाग़ को पोषण मिलता है।
  • सरसों या मूँगफली का तेल: जैतून तेल की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • अधिक फल: मौसमी फल जैसे सेब, अमरूद, पपीता, केला।

अगर शाकाहारी हैं तो मछली छोड़कर इन विकल्पों को अपनाया जा सकता है।

इस डाइट के फायदे

  • याददाश्त बेहतर हो सकती है।
  • ध्यान और फोकस बढ़ सकता है।
  • दिमाग़ की कोशिकाएँ लंबे समय तक सक्रिय रहती हैं।
  • शरीर को भी संतुलित पोषण मिलता है।
  • मोटापा और हृदय रोग का खतरा कम होता है।

सीमाएँ और सावधानियाँ

यह स्टडी केवल 300 लोगों पर और 18 महीनों तक की गई। लंबे समय के नतीजे अभी साफ नहीं हैं। यह सीधे तौर पर अल्ज़ाइमर या डिमेंशिया रोक सकती है, इसका सबूत अभी नहीं है।

हर किसी का शरीर अलग होता है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। केवल डाइट ही काफी नहीं है। नींद, व्यायाम और तनाव‑मुक्त जीवन भी उतना ही ज़रूरी है।

अन्य जीवनशैली आदतें जो दिमाग़ को स्वस्थ रखें

  1. रोज़ाना 7–8 घंटे नींद लें।
  2. योग या ध्यान करें।
  3. मोबाइल और स्क्रीन का उपयोग सीमित करें।
  4. किताबें पढ़ने और नई चीज़ें सीखने की आदत डालें।
  5. सामाजिक रिश्तों को मज़बूत रखें।
  6. रोज़ाना टहलें या हल्का व्यायाम करें।

सारांश तालिका — क्या खाएँ और क्या बचाएँ

श्रेणी क्या खाएँ क्या बचाएँ
सब्ज़ियाँ पालक, मेथी, सरसों का साग, हरी सलाद ज्यादा तला हुआ व प्रोसेस्ड वेज
प्रोटीन दाल, चना, मछली, चिकन, मेवे प्रोसेस्ड मीट, अधिक रेड मीट
तेल / फैट जैतून का तेल (या सरसों/मूँगफली) ट्रांस फैट, अधिक घी/मक्खन
पेय ग्रीन टी, पानी, सीमित कॉफी शुगर ड्रिंक्स, अधिक एल्कोहल
नाश्ता/अनाज ओट्स, साबुत अनाज, ब्राउन राइस रिफाइंड आटा/ज्यादा चीनी

FAQs

प्रश्न 1: ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट क्या है?

यह सामान्य मेडिटेरेनियन डाइट का उन्नत रूप है जिसमें ग्रीन टी और मंकाई जैसे पौधे शामिल हैं।

प्रश्न 2: क्या यह डाइट अल्ज़ाइमर रोक सकती है?

नहीं, अभी इसका सीधा सबूत नहीं है। लेकिन यह दिमाग़ की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती है।

प्रश्न 3: क्या भारत में इसे अपनाना आसान है?

हाँ, ग्रीन टी, सब्ज़ियाँ, फल और मेवे आसानी से मिल जाते हैं। मंकाई की जगह हरी सब्ज़ियाँ और दालें इस्तेमाल की जा सकती हैं।

प्रश्न 4: क्या यह डाइट हर किसी के लिए सुरक्षित है?

ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन किसी खास बीमारी वाले व्यक्ति को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

अंत मे

हार्वर्ड की इस नई स्टडी ने उम्मीद जगाई है कि खानपान से दिमाग़ को लंबे समय तक जवान रखा जा सकता है। ग्रीन मेडिटेरेनियन डाइट एक स्वस्थ विकल्प है जिसमें हरी सब्ज़ियाँ, फल, साबुत अनाज, मेवे और ग्रीन टी शामिल हैं।

हालांकि अभी और शोध की ज़रूरत है, लेकिन यह सच है कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और अच्छा जीवन‑व्यवहार दिमाग़ को बूढ़ा होने से बचाते हैं। इसलिए अगर आप अपने दिमाग़ को जवान और चुस्त रखना चाहते हैं, तो आज से ही अपनी थाली में हरी सब्ज़ियाँ और ग्रीन टी जोड़ें।

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