काफ़ी लंबे इंतज़ार के बाद, आख़िरकार पवन कल्याण की मोस्ट अवेटेड फ़िल्म OG - Original Gangster सिनेमाघरों में आ गई है। इस फ़िल्म का डायरेक्शन सुजीत ने किया है। इस फ़िल्म को लेकर दर्शकों में ज़बरदस्त क्रेज़ था। सोशल मीडिया से लेकर फ़ैन्स के बीच, हर जगह 'ओजी' की ही चर्चा थी। लेकिन, क्या यह फ़िल्म दर्शकों की उम्मीद पर खरी उतरी? आइए जानते हैं इस फ़िल्म का पूरा रिव्यू।
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Image: Social Media |
फ़िल्म OG को देखकर एक बात साफ़ हो जाती है: यह फ़िल्म पवन कल्याण के लिए एक 'लव लेटर' है। डायरेक्टर सुजीत ने फ़िल्म में हर फ्रेम को सिर्फ़ और सिर्फ़ पवन कल्याण की इमेज को ध्यान में रखकर बनाया है। यह फ़िल्म कहानी से ज़्यादा उनके स्टारडम और स्टाइल को सेलिब्रेट करती है।
OG मूवी की कहानी: क्या है नया?
'ओजी' की कहानी मुंबई के एक गैंगस्टर की है। यह गैंगस्टर सिर्फ़ एक गैंगस्टर नहीं है, बल्कि एक तूफ़ान है। फ़िल्म की शुरुआत में ही हमें पता चलता है कि यह गैंगस्टर (ओजी) अपने जीवन में बहुत कुछ खो चुका है। वह अपने अतीत से भाग रहा है। वह एक नए जीवन की शुरुआत करना चाहता है। लेकिन, उसके अतीत के दुश्मन उसे फिर से वापस आने पर मजबूर कर देते हैं।
कहानी एक सीधी-सादी रिवेंज ड्रामा है। इसमें कुछ भी नया नहीं है। एक शांत गैंगस्टर जो वापस आता है और अपने दुश्मनों को ख़त्म करता है। ऐसी कहानियाँ पहले भी कई फ़िल्मों में देखी गई हैं। कहानी में कई ट्विस्ट और टर्न लाने की कोशिश की गई है, लेकिन वे ज़्यादा असर नहीं छोड़ पाते। प्लॉट काफी अनुमानित (predictable) है, और आप आसानी से समझ सकते हैं कि आगे क्या होने वाला है।
पवन कल्याण का अंदाज़: फ़िल्म की जान
अगर फ़िल्म की जान कोई है, तो वह हैं पवन कल्याण। लंबे समय बाद, वह एक ऐसे रोल में नज़र आए हैं जो उनके फ़ैन्स देखना चाहते हैं। उनका स्क्रीन प्रेजेंस ज़बरदस्त है। वह जब भी पर्दे पर आते हैं, माहौल में एक अलग ही ऊर्जा भर देते हैं।
पवन कल्याण ने इस फ़िल्म में डायलॉग डिलीवरी और बॉडी लैंग्वेज पर बहुत काम किया है। उनके हर एक सीन में एक ख़ास स्टाइल और स्वैग है। उनके फ़ैन्स के लिए, यह फ़िल्म एक ट्रीट है। उनका इंटेंस और पावरफुल अंदाज़ फ़िल्म को एक अलग ही लेवल पर ले जाता है। कुछ समीक्षकों का मानना है कि यह फ़िल्म 'वन-मैन शो' है, और यह बात पूरी तरह सच लगती है। फ़िल्म में पवन कल्याण की इमेज को हर तरह से बड़ा दिखाने की कोशिश की गई है।
एक्शन और तकनीक: क्या है ख़ास?
'ओजी' की सबसे बड़ी ताक़त उसका टेक्निकल पक्ष है।
- सिनेमेटोग्राफ़ी: रवि के. चंद्रन और मनोज के. परमहांसा की सिनेमेटोग्राफ़ी कमाल की है। फ़िल्म के विज़ुअल्स बहुत आकर्षक हैं। एक्शन सीन को बहुत स्टाइलिश तरीक़े से शूट किया गया है।
- बैकग्राउंड स्कोर: एस. थमन का बैकग्राउंड स्कोर (BGM) फ़िल्म का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है। उनका म्यूज़िक हर सीन को और भी दमदार बना देता है। जब भी पवन कल्याण स्क्रीन पर आते हैं, थमन का बीजीएम फ़ैन्स को और भी ज़्यादा उत्साहित कर देता है।
- एक्शन सीक्वेंस: फ़िल्म के एक्शन सीन काफ़ी अच्छे हैं। यह पवन कल्याण की पिछली फ़िल्मों से बेहतर हैं। इन्हें बहुत ही शानदार तरीक़े से डिज़ाइन और कोरियोग्राफ़ किया गया है। कुछ सीन में थोड़ा ज़्यादा खून-खराबा है, लेकिन गैंगस्टर फ़िल्मों में यह आम बात है।
सहायक कलाकार और कमज़ोरियाँ
फ़िल्म में सिर्फ़ पवन कल्याण ही नहीं हैं, बल्कि अन्य कलाकार भी हैं, लेकिन उनकी भूमिकाएं कुछ ख़ास असर नहीं छोड़तीं।
कलाकार | भूमिका |
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इमरान हाशमी | फ़िल्म के मुख्य विलेन हैं। उनका रोल *ओमी भाऊ* का है। उनका अंदाज़ और स्टाइल अच्छा है, लेकिन उनके किरदार को ज़्यादा गहराई नहीं दी गई है। |
प्रियंका अरुल मोहन | उनका किरदार छोटा है और कहानी को आगे बढ़ाने में ज़्यादा मदद नहीं करता है। |
फ़िल्म की सबसे बड़ी कमज़ोरी इसकी कहानी है। कहानी बहुत ही सपाट है। इसमें कोई भावनात्मक गहराई नहीं है। फ़िल्म को देखकर ऐसा लगता है जैसे यह सिर्फ़ पवन कल्याण के लिए ही बनाई गई है। साइड प्लॉट भी कमजोर हैं। फ़िल्म का दूसरा हाफ़ (second half) थोड़ा धीमा है, जिससे दर्शक बोर होने लगते हैं।
'ओजी' फ़िल्म का फाइनल वर्डिक्ट: किसे देखनी चाहिए?
अगर आप एक डाई-हार्ड पवन कल्याण फ़ैन हैं, तो यह फ़िल्म आपके लिए बनी है। यह एक ऐसी फ़िल्म है जो सिर्फ़ और सिर्फ़ उनके स्टारडम को सेलिब्रेट करती है। फ़िल्म में स्टाइलिश एक्शन, दमदार बीजीएम और पवन कल्याण का ज़बरदस्त अंदाज़ है। यह आपके लिए एक त्यौहार की तरह होगी।
लेकिन, अगर आप एक ऐसी फ़िल्म की तलाश में हैं जिसकी कहानी बहुत मज़बूत हो, जिसमें भावनात्मक गहराई हो, और जिसमें कुछ नयापन हो, तो यह फ़िल्म आपको निराश कर सकती है। फ़िल्म 'स्टाइल ओवर सबस्टेंस' (Style over Substance) का एक अच्छा उदाहरण है। यह फ़िल्म एक बेहतरीन सिनेमाई अनुभव दे सकती थी, लेकिन लेखक और निर्देशक ने इसे सिर्फ़ अपने हीरो के लिए बनाया है।
ओजी के बारे में कुछ और बातें
- पहला हाफ़ vs दूसरा हाफ़: फ़िल्म का पहला हाफ़ ज़्यादा अच्छा है। इसमें एक्शन और पवन कल्याण का स्वैग देखने को मिलता है। दूसरा हाफ़ थोड़ा धीमा है, और कहानी कुछ ख़ास नहीं लगती।
- पवन कल्याण का डायलॉग: फ़िल्म में पवन कल्याण के कुछ डायलॉग बहुत अच्छे हैं और फ़ैन्स को बहुत पसंद आ रहे हैं।
- फ़ैन्स का रिएक्शन: फ़िल्म रिलीज़ होने के बाद फ़ैन्स का रिएक्शन बहुत पॉज़िटिव है। वे फ़िल्म को 'ब्लॉकबस्टर' कह रहे हैं। लेकिन, आम दर्शकों और समीक्षकों का रिएक्शन मिला-जुला है।
- बॉक्स ऑफिस कलेक्शन: फ़िल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा कलेक्शन किया है। यह पवन कल्याण के स्टारडम को दिखाता है।
कुल मिलाकर, OG एक ऐसी फ़िल्म है जो पवन कल्याण के फ़ैन्स के लिए एक परफ़ेक्ट ट्रीट है। यह उनके स्टारडम को एक नए स्तर पर ले जाती है। लेकिन, कहानी के मामले में यह फ़िल्म थोड़ी कमजोर है। अगर आप सिर्फ़ पवन कल्याण को एक्शन अवतार में देखना चाहते हैं, तो यह फ़िल्म आपके लिए है। अगर आप एक बेहतरीन कहानी देखना चाहते हैं, तो शायद आपको थोड़ा और इंतज़ार करना होगा।
🎬 OG Movie – Review
Aspect | Rating (out of 5) |
---|---|
Acting (पवन कल्याण और सपोर्टिंग) | 4 / 5 |
Story (कहानी और स्क्रिप्ट) | 2.5 / 5 |
Action (एक्शन सीक्वेंस) | 4 / 5 |
Music & BGM | 3.5 / 5 |
Overall Entertainment | 3.5 / 5 |
⭐ Overall Rating: 3.5 / 5 – पवन कल्याण के फ़ैन्स के लिए शानदार, कहानी थोड़ी कमजोर।