छोटी कारों पर GST कटौती से सस्ती हो सकती हैं गाड़ियाँ
क्या आप नई कार खरीदने का सोच रहे हैं? अगर हां, तो थोड़ा रुकिए! भारत सरकार GST में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। ये सुधार छोटी कारों की कीमतों को काफी कम कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर इसका हिंट दिया था। अब खबरें आ रही हैं कि दिवाली 2025 तक ये बदलाव लागू हो सकते हैं। इससे आम आदमी के लिए कार खरीदना आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं कि कीमतें कितनी गिर सकती हैं और आपको क्या फायदा होगा।
अभी कारों पर कितना टैक्स लगता है?
भारत में कारों पर वर्तमान में 28% GST लगता है। कई वाहनों पर इसके साथ सेस भी जोड़ा जाता है।
- छोटी कारें (4 मीटर से कम, 1200cc पेट्रोल या 1500cc डीज़ल तक) भी 28% स्लैब में आती हैं।
- यानी एंट्री-लेवल कार भी टैक्स की वजह से महंगी पड़ती है।
उदाहरण: अगर किसी कार की एक्स-शोरूम कीमत ₹5,00,000 है, तो टैक्स और अन्य चार्ज जोड़ने के बाद ऑन-रोड कीमत ₹6,00,000 से अधिक हो सकती है।
प्रस्तावित GST सुधार क्या है?
सरकार ने सुझाव दिया है कि केवल दो टैक्स स्लैब—5% और 18%—रहें। यानी 28% वाला उच्चतम स्लैब समाप्त हो सकता है।
- छोटी कारें 18% स्लैब में आएंगी।
- कीमतों में औसतन 8–10% तक कमी संभावित है।
| परिस्थिति | GST दर | ₹7,00,000 कार पर अनुमानित असर |
|---|---|---|
| वर्तमान स्थिति | 28% | कीमत अधिक, EMI बोझ ज्यादा |
| प्रस्ताव लागू होने पर | 18% | ~₹50,000–₹70,000 तक बचत संभव* |
*ब्रांड, वैरिएंट, ऑन-रोड चार्जेज़ और डीलर ऑफर्स के अनुसार अंतर हो सकता है।
कार कितनी सस्ती हो सकती है?
मान लीजिए आप ₹7,00,000 की कार खरीद रहे हैं। अभी 28% टैक्स लागू है। अगर 18% हो गया, तो कीमत का अंतर काफी महसूस होगा:
- अंदाजन ₹50,000–₹70,000 तक की कमी संभव।
- EMI घटेगी, कुल ब्याज बोझ भी कम होगा।
- एंट्री-लेवल मॉडल्स की मांग तेज़ हो सकती है।
खरीदारों के लिए सीधे फायदे
1) किफ़ायती विकल्प
मिडिल क्लास परिवार अब अपनी पसंद के वैरिएंट या सेफ्टी फीचर्स चुनने में अधिक लचीलापन पाएंगे।
2) EMI पर राहत
कम ऑन-रोड कीमत का मतलब कम डाउन पेमेंट और हल्की मासिक किश्तें।
3) पहली कार लेना आसान
दोह-पहिया से चार-पहिया पर शिफ्ट होने वाला वर्ग तेज़ी से बढ़ सकता है, खासकर छोटे शहरों में।
ऑटो इंडस्ट्री पर प्रभाव
- बिक्री में तेजी: मारुति, हुंडई, टाटा जैसी कंपनियों के कॉम्पैक्ट सेगमेंट में उछाल।
- उत्पादन व रोजगार: मांग बढ़ने पर प्लांट उपयोगिता सुधरेगी, सप्लाई-चेन में नौकरियां बढ़ेंगी।
- नए मॉडल: ब्रांड्स किफायती और सेफ्टी-फर्स्ट वैरिएंट लॉन्च कर सकते हैं।
- यह अभी प्रस्ताव है; अंतिम निर्णय GST काउंसिल लेगी।
- लागू होते ही एंट्री-लेवल कारों का TCO (कुल खर्च) कम होगा।
- डिस्काउंट + कम GST = बेहतर डील पाने का मौका।
EV (इलेक्ट्रिक वाहन) पर क्या असर पड़ेगा?
EVs पर फिलहाल 5% GST है। पेट्रोल/डीज़ल छोटी कारें 18% पर आईं तो दोनों के बीच कीमत का अंतर घटेगा।
- कुछ खरीदार EV के बजाय सस्ती पेट्रोल/डीज़ल कार चुन सकते हैं।
- सरकार को EV प्रोत्साहन व चार्जिंग इन्फ्रा पर ध्यान बनाए रखना होगा।
सरकार के लिए चुनौतियाँ
- राजस्व प्रभाव: टैक्स कलेक्शन में कमी का संतुलन बनाना होगा।
- ऊर्जा सुरक्षा: पेट्रोल-डीज़ल खपत बढ़ने का जोखिम।
- नीतिगत संतुलन: EV ट्रांज़िशन और उपभोक्ता राहत, दोनों के बीच सामंजस्य।
मार्केट रिएक्शन और विशेषज्ञ राय
खबर आते ही ऑटो स्टॉक्स में सकारात्मक रुझान दिखा। विश्लेषकों के अनुसार, कम टैक्स से डिमांड टिकाऊ बने रहने की संभावना है। हालांकि, अंतिम असर लागू होने की टाइमलाइन और काउंसिल के निर्णय पर निर्भर करेगा।
अगर आप कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो प्रस्तावित GST सुधार आपके लिए बड़ा मौका बना सकता है। छोटी कारें ~₹50,000–₹70,000 तक सस्ती पड़ सकती हैं, EMI हल्की होगी और फीचर्स चुनने की आज़ादी बढ़ेगी। यह कदम ग्राहकों के बजट के साथ-साथ ऑटो इंडस्ट्री को भी नई रफ्तार देगा। फिर भी ध्यान रखें, यह बदलाव अभी प्रस्ताव स्तर पर है—अंतिम निर्णय के बाद ही वास्तविक कीमतें सामने आएंगी। तब तक अपनी शॉर्टलिस्ट, बजट और लोन प्री-अप्रूवल तैयार रखें ताकि लागू होते ही आप बेहतर डील पकड़ सकें।
- वैरिएंट-वार ऑन-रोड कोट अभी लें; बदलाव के बाद तुलना आसान होगी।
- इंश्योरेंस/आरटीओ चार्जेज़ अलग होते हैं—डीलर से ब्रेकअप जरूर लें।
- फेस्टिव सीजन ऑफर्स + संभावित GST कट, डबल फायदा दिला सकते हैं।

